Political Debate/रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) को लेकर जोरदार बहस देखने को मिली। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य में जनसंख्या असंतुलन का मुद्दा उठाते हुए एनआरसी लागू करने की मांग की, जबकि कांग्रेस और सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं ने इसे भाजपा का राजनीतिक एजेंडा करार दिया।
मरांडी ने कहा कि झारखंड में आदिवासी समुदाय की जनसंख्या में गिरावट आ रही है, जबकि मुस्लिम आबादी में तेजी से वृद्धि हो रही है। उन्होंने दावा किया कि बाहरी घुसपैठियों के कारण राज्य के मूल निवासियों के हितों पर संकट मंडरा रहा है। इस पर कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा अनावश्यक रूप से जनसंख्या का मुद्दा उठाकर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करना चाहती है।
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भी मरांडी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि राज्य में आदिवासियों की संख्या कम नहीं हो रही, बल्कि भाजपा की राजनीति बढ़ रही है। उन्होंने एनआरसी को झारखंड के लिए गैर-जरूरी बताते हुए कहा कि यहां घुसपैठ का कोई प्रमाण नहीं है।एनआरसी को लेकर छिड़ी इस बहस ने झारखंड की राजनीति को नई दिशा दे दी है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों की स्थिति और अधिक स्पष्ट होगी।