RTI Awareness Drive: चांडिल के कांदरबेड़ा कला संस्कृति भवन में रविवार को “संवैधानिक अधिकार एवं सूचना का अधिकार अधिनियम 2005” विषय पर एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ग्राम सभा अधिकार मंच एवं आदिम डेवलपमेंट सोसायटी झारखंड के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। आयोजन का उद्देश्य ग्रामीणों में संवैधानिक अधिकारों और पारदर्शिता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
प्रशिक्षण का संचालन चांडिल के वरिष्ठ समाजसेवी एवं चेंज मेकर बाबु राम सोरेन ने किया, जो पंचगनी (महाराष्ट्र) स्थित Initiatives of Change India के ट्राइबल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम 2023 के सदस्य रह चुके हैं।बाबु राम सोरेन ने अपने संबोधन में उपस्थित लोगों को संविधान द्वारा दिए गए मौलिक अधिकारों और सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की महत्वपूर्ण धाराओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरटीआई अधिनियम नागरिकों को सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का सशक्त उपकरण प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि जब आम नागरिक अपने अधिकारों के प्रति सचेत होते हैं, तो शासन-प्रशासन में ईमानदारी और जवाबदेही स्वतः बढ़ती है। इससे विकास योजनाओं का वास्तविक लाभ जनता तक पहुँचता है और लोकतंत्र की नींव और मजबूत होती है।
इस अवसर पर रविन्द्र नाथ सिंह, इन्द्र टुडू, बाबलू टुडू, फागुराम सोरेन, परशुराम बेसरा, सुदन टुडू और बनमाली हांसदा सहित कई समाजसेवी और ग्रामीण उपस्थित रहे। प्रतिभागियों ने बाबु राम सोरेन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम का समापन आभार ज्ञापन के साथ हुआ। प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायी बताया तथा इस तरह के कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित करने की मांग रखी।


