Vat Savitri \Jamshedpur: आज वट सावित्री व्रत के पावन अवसर पर जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों में वट वृक्षों के नीचे श्रद्धालु महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी। पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं ने सुबह से निर्जला व्रत रखते हुए वट वृक्ष की सात बार परिक्रमा की।
कच्चे धागे से वट वृक्ष को बेड़ कर, उन्होंने अपने पति की दीर्घायु, संतान की उन्नति और परिवार की सुख-शांति के लिए पूजन किया।पूजा के उपरांत महिलाओं ने सामूहिक रूप से वट सावित्री व्रत की कथा पंडितों से सुनी।
कथा के माध्यम से उन्हें सावित्री और सत्यवान की पौराणिक गाथा से अवगत कराया गया, जिसमें सावित्री ने अपने तप, श्रद्धा और संकल्प से यमराज से अपने पति सत्यवान का जीवन पुनः प्राप्त किया था। पंडितों ने बताया कि यह व्रत महिलाओं के आत्मबल, श्रद्धा और परिवार के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
एक महिला श्रद्धालु ने बताया, “हम यह व्रत अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य, सौभाग्य की रक्षा और संतान की भलाई के लिए करते हैं। यह हमारे लिए आस्था और संस्कार दोनों का पर्व है।”