Transport Scam/रांची: शहर के ट्रांसपोर्ट ऑफिस में बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जिससे सैकड़ों लोग परेशान हो गए हैं। जानकारी के अनुसार , घूसखोरी और फर्जी दस्तावेजों के जरिए लाइसेंस और गाड़ियों के कागजात बनाने का खेल लंबे समय से चल रहा था। जब इस घोटाले की खबर फैली, तो करीब 250 से ज्यादा लोग अपनी शिकायत लेकर ट्रांसपोर्ट ऑफिस पहुंच गए।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने वाहन पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य दस्तावेजों के लिए आवेदन किया था, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी उन्हें न तो दस्तावेज मिले और न ही पैसे वापस किए गए। कुछ लोगों के नाम पर फर्जी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन किए जाने की भी खबर है।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फर्जीवाड़े में शामिल कर्मचारियों और एजेंटों की पहचान की जा रही है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संभावित आरोपी और एजेंटों पर शिकंजा प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस पूरे घोटाले में कुछ दलालों और विभाग के अंदरूनी लोगों की संलिप्तता सामने आई है। कई एजेंटों को संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए बुलाया गया है।प्रभावित लोगों को राहत देने की प्रक्रिया शुरू प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जिन लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है, उनकी शिकायतों को प्राथमिकता दी जाएगी। दस्तावेजों की दोबारा जांच कर सही लोगों को उनके वैध लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।