Tatanagar Station: टाटानगर रेलवे स्टेशन के रि-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को लेकर अब रेलवे ने जमीन पर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में लोको कॉलोनी की बस्ती, जो स्टेशन से लगभग ढाई किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, रेलवे की योजना के तहत प्रभावित होने वाली है।
सोमवार को रेलवे द्वारा यहां के निवासियों को नोटिस थमा दिया गया, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है।करीब पांच दशक से अधिक पुरानी इस बस्ती के लोग इसे अपना स्थायी घर मानते हैं। उनका कहना है कि बिना पुनर्वास की व्यवस्था के किसी भी कीमत पर वे यहां से हटने वाले नहीं हैं।
लोगों ने इस फैसले के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है। कॉलोनी के निवासी विधायक और सांसदों से गुहार लगा रहे हैं, वहीं स्थानीय नेताओं के साथ बैठक का दौर भी जारी है।रेलवे की योजना के तहत इस क्षेत्र में वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए वाशिंग लाइन समेत अन्य बुनियादी ढांचे तैयार किए जाएंगे। इसके लिए न सिर्फ बस्ती, बल्कि रेलवे द्वारा बनाए गए बी टाइप क्वार्टर भी तोड़े जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि यह वही लोको बस्ती है, जहां पिछले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के पहले ही अधिकारियों ने जेसीबी लेकर तोड़फोड़ की कोशिश की थी, लेकिन भारी विरोध और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के हस्तक्षेप से मामला रुका था।
लोको कॉलोनी के निवासियों का कहना है कि अगर रेलवे को विकास करना है तो वह स्वागत योग्य है, लेकिन पहले उन्हें वैकल्पिक आवास उपलब्ध कराना चाहिए। अन्यथा यह आंदोलन सिर्फ लोको कॉलोनी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि शहरव्यापी विरोध की शक्ल ले सकता है।