Soldier Assault/जमशेदपुर : जुगसलाई में जिला प्रशासन द्वारा एक सैनिक के साथ की गई कथित बर्बरता ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। सैनिक की बेरहमी से पिटाई करने और उसे जेल भेजने की घटना सामने आने के बाद स्थानीय लोग और पूर्व सैनिक परिषद के सदस्य भारी संख्या में थाने के बाहर जुटे और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह सैनिक देश की सीमा पर अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद अपने घर लौटा था। किसी कारणवश उसका स्थानीय प्रशासन से विवाद हो गया, जिसके बाद पुलिस ने न सिर्फ उसे बुरी तरह पीटा, बल्कि उसे जेल भी भेज दिया। घटना के बाद से ही स्थानीय लोग प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।
इस घटना के विरोध में पूर्व सैनिक परिषद के सदस्य सड़कों पर उतर आए। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह सैनिक अपनी जान जोखिम में डालकर देश की रक्षा करता है और जब वह अपने घर आता है तो उसे इस तरह की यातना दी जाती है, जो कि बिल्कुल अस्वीकार्य है।

प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि यदि देश के सैनिकों के साथ इस तरह का बर्ताव किया जाएगा, तो यह पूरे समाज के लिए एक गलत संदेश देगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने इस मामले में न्यायसंगत कार्रवाई नहीं की, तो विरोध प्रदर्शन को और तेज किया जाएगा।
इस प्रदर्शन को स्थानीय लोगों का भी पूरा समर्थन मिला। बड़ी संख्या में नागरिक सैनिक के पक्ष में थाने के बाहर जमा हुए और प्रशासन की निंदा की। कुछ लोगों ने कहा कि सैनिकों का सम्मान देश की शान है और यदि उनके साथ अन्याय होता है, तो यह पूरे समाज के लिए शर्म की बात है। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को स्पष्ट संदेश दिया है कि जब तक आरोपी अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं होती, तब तक विरोध जारी रहेगा।
पूर्व सैनिक परिषद ने इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों और राज्य सरकार से भी शिकायत करने का निर्णय लिया है। यह मामला अब तूल पकड़ चुका है और देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है। फिलहाल, पूरे क्षेत्र में इस घटना को लेकर गुस्से का माहौल बना हुआ है।
सैनिक सूरज राय के साथ कथित मारपीट और अमानवीय व्यवहार का मामला गरमाता जा रहा है। इस घटना के विरोध में रविवार को पूर्व सैनिकों, सूरज राय के परिजनों और सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया और अविलंब उनकी रिहाई की मांग की।मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी के निर्देश पर जांच शुरू कर दी गई है।
सीसीआर डीएसपी मनोज ठाकुर ने बताया कि पुलिस अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है, और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। इधर, पूर्व सैनिकों ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए दोषी थाना प्रभारी के निलंबन और सूरज राय की सम्मानपूर्वक रिहाई की मांग की है। मामले को लेकर शहर में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, और पुलिस की कार्रवाई पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।