Jewellery Security Demand: जमशेदपुर सहित पूरे झारखंड में ज्वेलरी दुकानों में लगातार बढ़ रही चोरी और लूट की घटनाओं ने सराफा कारोबारियों की चिंता बढ़ा दी है। इन बढ़ती आपराधिक वारदातों के चलते ज्वेलरी व्यवसाय से जुड़े लोग भय और असुरक्षा के माहौल में कारोबार करने को मजबूर हैं। इसी को लेकर राष्ट्रीय कसेरा सोनार महापरिवार ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है।
राष्ट्रीय कसेरा सोनार महापरिवार के प्रतिनिधियों ने पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से संगठन ने जिले में ज्वेलरी दुकानों की सुरक्षा के लिए एक विशेष टास्क फोर्स के गठन की मांग की। संगठन का कहना है कि ज्वेलरी दुकानें अपराधियों के लिए आसान निशाना बनती जा रही हैं, जिस पर तत्काल नियंत्रण जरूरी है।
संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि बीते छह महीनों के भीतर झारखंड के विभिन्न जिलों में ज्वेलरी दुकानों से करीब 17 करोड़ रुपये की लूट की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इस तरह की घटनाओं से सराफा व्यवसाय पर सीधा असर पड़ रहा है और व्यापारियों के साथ-साथ ग्राहकों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है।
राष्ट्रीय कसेरा सोनार महापरिवार ने पूर्वी सिंहभूम जिले में ज्वेलरी दुकानों और सोना-चांदी के व्यापारियों को विशेष सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। संगठन का कहना है कि जब तक ठोस सुरक्षा व्यवस्था लागू नहीं की जाती, तब तक अपराधियों के हौसले बुलंद रहेंगे और वारदातों में कमी आना मुश्किल होगा।
संगठन ने यह भी मांग रखी कि पुलिस प्रशासन और ज्वेलरी व्यापारियों के बीच नियमित समन्वय बैठक आयोजित की जाए। इससे न केवल अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी, बल्कि व्यापारियों में सुरक्षा को लेकर भरोसा भी कायम होगा। इस दौरान संगठन के प्रमुख रंजीत कुमार बर्मन ने कहा कि व्यापारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।


