सरायकेला : अंचल कार्यालय में बड़ा गड़बड़ झाला सामने आया है. जहां म्यूटेशन संख्या 274/ 2003- 04 का बैक डेट में जाली म्यूटेशन संख्या 274/ 2002- 03 का करेक्शन स्लिप बनाने साथ ही 2002-04 का रजिस्टर संख्या 7 एवं 27 गायब करने का आरोप लगाते हुए बड़ा गम्हरिया निवासी विष्णु मुख़र्जी ने उक्त अवधि में पदस्थापित अंचलधिकारी एवं अन्य कर्मियों के खिलाफ सरायकेला थाने में एफ़ाइआर दर्ज कराया है. दर्ज एफ़ाइआर में श्री मुख़र्जी ने बताया है कि उनकी जमीन दुगनी में है. जिसका खाता नंबर 184, 152 और 231, प्लॉट नंबर 893, 1274, 1275, 1277 और 910 कुल रकबा 142.5 डिसमिल है. स्वर्गीय मुखर्जी की दादी माया रानी मुखर्जी के नाम से दर्ज है. (नीचे भी पढें)
उन्होंने बताया कि दिनांक 27 सितंबर 2018 को तत्कालीन अंचल अधिकारी सरायकेला ने मुझे अवगत कराया कि मेरी भूमि में रेखा रानी मुखर्जी के नाम से दूसरा म्यूटेशन भी चल रहा है, जिसका म्यूटेशन नंबर 274/ 2002- 03, रकबा 125.5 डिसमिल है, जिसका लगान वर्ष 2014-15 तक निर्गत है. उन्होंने बताया कि स्वर्गीय रेखा रानी के पुत्र गोपीनाथ, सोमनाथ, रघुनाथ, चंद्रनाथ, सचिनाथ निवासी-बड़ा गम्हरिया बांकापारा, थाना आदित्यपुर, जिला सरायकेला ने उपायुक्त के न्यायालय में अचानक करेक्शन स्लिप संख्या 274/ 2003- 04, रकबा 152.5 डिसमिल पेश किया और अनुकूल आदेश प्राप्त कर लिया. उन्होंने बताया कि मैंने 14 नवंबर 2022 को म्यूटेशन करेक्शन स्लिप 274/ 2003- 04 की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराने के लिए आरटीआई आवेदन दायर किया, लेकिन अंचलाधिकारी सरायकेला ने 23 फरवरी 2023 को म्यूटेशन करेक्शन स्लिप 274/ 2003- 04 प्रमाणित प्रति के जगह फर्जी म्यूटेशन करेक्शन स्लिप का फोटो कॉपी दे दिया. उन्होंने बताया कि प्रथम अपीलीय पदाधिकारी ने आरटीआई अधिनियम के तहत मुझे प्रमाणित प्रति प्रदान करने के लिए तीन बार आदेश दिया, लेकिन अंचलाधिकारी सरायकेला म्यूटेशन करेक्शन स्लिप 274/ 2003- 04 की प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराने में पूर्ण रूप से असफल रहे. दर्ज एफआरआर में श्री मुखर्जी ने कहा है कि 28 अप्रैल 2023 को अंचलाधिकारी सरायकेला ने स्वीकार किया है, कि म्यूटेशन करेक्शन स्लिप 274/ 2003- 04 एवं 274/ 2002- 03 का कभी आदेश पारित नहीं हुआ है. अंचल कार्यालय सरायकेला में मूल दस्तावेज नहीं है अंचल अधिकारी ने कहा कि प्रमाणित प्रति जारी नहीं कर सकता हूं. उन्होंने कहा कि 28 अप्रैल 2023 को अंचलाधिकारी सुरेश कुमार सिन्हा ने स्वीकार किया कि म्यूटेशन पंजी संख्या 7 और 27 वर्ष 2002-04 का रजिस्टर अंचल कार्यालय सरायकेला से गायब है. बता दें कि उक्त अवधि में सरायकेला अंचलधिकारी के तौर पर जिले के वर्तमान परियोजना निदेशक आइटीडीए संदीप कुमार दोराइबुरु थे. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. (नीचे पढ़ें पूरी खबर)
वहीं इस संबंध में अंचलधिकारी सुरेश कुमार सिन्हा ने बताया कि मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा है. आवेदक के स्वर्गवासी दादा यानि माया रानी मुख़र्जी के पति ने दो शादियां की थी. जिस जमीन पर विष्णु मुखर्जी दावा कर रहे हैं उस जमीन को उनके दादा ने अपनी दूसरी पत्नी यानि उनकी सौतेली दादी रेखा रानी मुख़र्जी के नाम कर दिया था. इसलिए रेखा रानी मुख़र्जी के पुत्रों के नाम पर दाखिल ख़ारिज हुआ है. उन्होंने बताया कि सक्षम कोर्ट में अपनी दावेदारी मजबूती से पेश नहीं कर सके हैं, जिस वजह से उन्हें परेशानी हो रही है. और अब वे केस दर्ज कराकर पुलिस को गुमराह कर रहे हैं. वहीं संबंधित दास्तावेजों के गायब होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह मानवीय भूल है. सक्षम अधिकारीयों के जांच के दौरान उपलब्ध कराये गए होंगे, तभी शिकायतकर्ता के पक्ष में फैसला नहीं आया होगा. वैसे उन्होंने शिकायत की है जांच के वक्त यदि उनसे दस्तावेज प्रेक्षा की जाएगी तो उपलब्ध कराया जायेगा.