जमशेदपुर: जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज एवं साहित्य कला फाउंडेशन की ओर से संयुक्त रूप से ‘साहित्य कला परिषद’ का गठन किया गया है। शनिवार को कॉलेज में परिषद का समारोहपूर्वक गठन किया गया। समारोह की मुख्य अतिथि जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. पुष्पा कुमारी थीं। उन्होंने कहा कि जीवन का कोई भी क्षेत्र साहित्य व कला से अछूता नहीं है। डिजिटलाइजेशन के इस युग में बच्चों में किताबों को पढ़ने की प्रवृति खत्म होती जा रही है। अत: हम शिक्षकों और अभिभावकों का भी कर्तव्य है कि आज के युग में बच्चों को मोबाइल एवं अन्य गैजेट से दूर रखें। उन्हें किताबों से जुड़ने व उसे पढ़ने के प्रति प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि किताबों को पढ़ने से अवसाद, मनोविकृति आदि भी नियंत्रित किए जा सकते हैं।


साहित्य व्यक्तित्व को विशेष बनाता है : डॉ अमर सिंह
समारोह की अध्यक्षता कर रहे कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अमर सिंह ने कहा कि साहित्य ही व्यक्तित्व को निखारता है। छात्र जीवन में हम सिलेबस से 10 प्रतिशत ही शिक्षा ग्रहण करते हैं। इसके अलावा अपने विषय से हट कर पढ़ी गयी किताबें ही व्यक्तित्व को विशेष बनाती हैं। प्राचार्य ने छात्र-छात्राओं को साहित्य एवं कला से जुड़ने की प्रेरणा दी। साथ ही कहा कि साहित्य शब्दों की एक माला है, जो जीवन को उन्नति के मार्ग पर ले जाती है।
साहित्य में हर विषय की झलक : डॉ. अंतरा कुमारी
आर्ट एंड कल्चर सेल की समन्वयक डॉ. अंतरा कुमारी ने कहानी एवं विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से साहित्य को हर विषय और मानव जीवन के हर पहलू से जुड़ा हुआ बताया। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रमुख राजनीतिक या आर्थिक घटना हो, साहित्यकारों ने अपनी कहानियों के माध्यम से उसे प्रस्तुत किया है। एक कहानी के माध्यम से उन्होंने उदाहरण भी दिया।
किताब पढ़ने की आदत डालें : डॉ. क्षमा त्रिपाठी
डॉ. क्षमा त्रिपाठी ने फाउंडेशन के उद्देश्य एवं आगामी गतिविधियों से अतिथियों एवं छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। उन्होंने भी किताबें पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने पर बल दिया।
साहित्य में सभी विषय समाहित : डॉ. प्रभात कुमार सिंह
सांख्यिकी विभाग के प्रो. डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि ऐसी कोई भी विधा नहीं, जिसका साहित्य से संबंध नहीं है। हर विषय से संबंधित उद्धरण साहित्य में पढ़ने को मिल जाएंगे।
हिंदी विभाग की छात्रा निशा झा व अनीता महतो ने सरस्वती वंदना की। मंच संचालन हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रियंका कुमारी एवं धन्यवाद ज्ञापन अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. रुचिका तिवारी ने किया।
मंच पर कॉलेज के बॉटनी विभाग के प्रो. ब्रजेश कुमार व वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्र भी उपस्थित थे। समारोह में हिंदी विभाग की छात्रा बबिता मांडी, उर्दू विभाग की गौसिया एवं अंग्रेजी विभाग की शुभांगी गोराई ने भी संक्षिप्त विचार रखे। इस अवसर पर डॉ. स्वाति सोरेन, डॉ. अशोक कुमार रवानी, डॉ. अनुपम, डॉ. सफीउल्लाह खान, डॉ. पुष्पा सिंह, शोभा देवी, डॉ. अनिता, डॉ. रंजीत कर्ण समेत विभिन्न विभागों के शिक्षक-शिक्षिका एवं छात्र-छात्रा उपस्थित थे।