Jamshedpur: झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्वी सिंहभूम के द्वारा जिले के प्राथमिक शिक्षकों की विभिन्न ग्रेड में लंबित प्रोन्नति एवं अन्य शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण हेतु संघ के जिला अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के अध्यक्षता में जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय पर पूर्व घोषित चरणबद्ध आंदोलन की पहली कड़ी अंतर्गत एक दिवसीय विशाल धरना का आयोजन किया गया।
संघ द्वारा बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद वर्ष 2017 के बाद से सभी ग्रेडो यथा ग्रेड 3,4 एवं 7 पद पर प्रोन्नति नहीं दी जा सकी है। जिले के शत प्रतिशत विद्यालय प्रधानाध्यापक विहीन है एवं स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के भी अनेकों पद रिक्त पड़े हैं। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित न्यायादेश के आलोक में भी स्नातक वाणिज्य योग्यताधारी शिक्षकों को आज तक ग्रेड 4 पद पर प्रोन्नति नहीं दी जा सकी है। योग्यता रहते शिक्षक बिना प्रोन्नति के एक ही वेतनमान में सेवानिवृत हो रहे हैं।

शिक्षकों को रोज-रोज रिपोर्ट बनाने, कभी साइकिल बंटवाने, कभी आधार कार्ड बनवाने, कभी बैंक खाता खुलवाने, पाठ्य पुस्तक ढुलाई, मध्याह्न भोजन योजना अंतर्गत चावल ढुलाई एवं बी.एल.ओ. जैसे अनेकों गैर शैक्षणिक कार्य में है सारा समय व्यतीत हो जाता है जिससे शिक्षक चाह कर भी नहीं पढ़ पाते हैं।
हमारे प्रमुख मांगे निम्नवत हैं—
1) ग्रेड 3 ,4 एवं 7 में लंबित प्रोन्नतियां।
2) सुदूरवर्ती क्षेत्र में अवस्थित कुछ विद्यालयों में नेटवर्क की समस्या के कारण मोबाइल से ई विद्या वाहिनी ऐप पर हाजिरी नहीं बन पाती है वैसे विद्यालयों को चिन्हित कर वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
3) एनपीएस योजना से सेवानिवृत हुए शिक्षकों का पेंशन निर्धारण का कार्य वर्ष 2021 से नहीं हुआ है।
4) सभी तरह का ऑडिट केवल जमशेदपुर में ना करवा कर संबंधित प्रखंड के बीआरसी में करवाया जाए।
5) विद्यालय स्तर पर गैर शैक्षणिक कार्यों को कम किया जाए।
6) पोषाहार वहन हेतु परिवहन खर्च का भुगतान करना।
7) सभी प्रखंडों के शिक्षकों को प्रत्येक माह समय से वेतन भुगतान किया जाए।
उपयुक्त सभी मांगो के निराकरण हेतु जिला शिक्षा अधीक्षक ने झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों संघ वार्ता के बाद निम्नलिखित निर्णय लिया।
1)ग्रेड 3,4 एवं 7 में लंबित प्रोन्नति हेतु अगली दो-तीन दिनों में जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा उसके उपरांत ग्रेड 3 में प्रोन्नति की कार्रवाई की जाएगी, ग्रेड7 की प्रोन्नति में माननीय उच्च न्यायालय के द्वारा तत्काल रोक लगाई गई है।
2) सुदूर क्षेत्र में अवस्थित कुछ विद्यालयों में नेटवर्क की समस्या का कारण मोबाइल से हाजरी नहीं बन पाती है वैसे विद्यालयों को चिन्हित कर प्रखंड स्तर पर शिक्षक निवारण सप्ताह में इस पर विचार विमर्श कर समाधान निकाला जाएगा।
3) एनपीएस योजना से सेवानिवृत हुए शिक्षकों के पेंशन निर्धारण के संबंध में शिक्षकों के कागजात अग्रसारित किया गया है, शीघ्र ही दोबारा स्मारित कर दिया जाएगा।
4) सभी तरह के ऑडिट केवल जमशेदपुर में ना करवा कर संबंधित प्रखंड के बीआरसी में करवाने के बारे मे प्रखंड बहरागोड़ा के प्रतिनिधि के द्वारा बताया गया कि ऑडिटर होटल में ऑडिट का कार्य करते हैं जिससे शिक्षकों को अनावश्यक परेशानी होती है इस संबंध में मध्यान भोजन योजना के प्रभारी को निर्देश दिया गया कि दिनांक 23 सितंबर को ऑडिटर को बुलाया जाए एवं कारण पृच्छा किया जाए।
5) सभी प्रखंडों के शिक्षकों को प्रत्येक माह समय से वेतन भुगतान के बारे में जिला शिक्षा अधीक्षक ने संबंधित निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी से प्रत्येक माह की किस तिथि को वेतन भुगतान हेतु पत्र कोषागार में प्रस्तुत किया जाता है इस आशय का प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने हेतु पत्राचार करने के लिए आदेश दिया।
झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों संग संतोषप्रद वार्ता के उपरांत तत्काल दिनांक 23 सितंबर से प्रखंड बार होने वाले चरणबद्ध आंदोलन को स्थगित किया गया।
आज के इस विशाल धरना प्रदर्शन में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य ईकाई के महासचिव निखिल मंडल, गिरिजा मिश्रा, साधुचरण पाल,दाखिन टुडु, अरुण कुमार, रुद्र प्रताप सीट, जयंत घोष, कृष्ण चंद्र दास, सुधीर चंद्र मुर्मू, रमाकांत शुक्ला, राजेंद्र कर्ण ,पीतम सोरेन ,शिवाजी सिंह, श्यामाकांत ठाकुर, दशरथ सरदार, अनुपम भगत, श्यामल मंडल, बृजेश कुमार ,डॉ समीर कुमार, ननी गोपाल हेंब्रम ,पुलिन कूईला ,खुदीराम माहाली,किशोर महंती, जीतराय सोरेन ,रविंद्र नाथ मुर्मू ,विश्वासी कांडिर, उपेंद्र चक्रवर्ती, प्रभा कोंगाड़ी, दीपाली सेनआदि विभिन्न प्रखंडों से सैकड़ो शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थे।