Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भयावह आतंकी हमला हुआ, जिसमें कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह हमला उस वक्त हुआ जब सैकड़ों पर्यटक वहां छुट्टियां मनाने पहुंचे थे। हमलावरों ने विशेष रूप से हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया।
घटना के मुख्य बिंदु
स्थान: पहलगाम, जम्मू-कश्मीर
समय: दोपहर लगभग 1:30 बजे
मृतक: 26 की आशंका
घायल: 10 से अधिक
शिकार: विशेष रूप से हिंदू पर्यटक
बचाव: स्थानीय नागरिकों ने पल्लवी और उनके बेटे की जान बचाई
हमले के बाद की स्थिति
हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। देशभर में इस हमले को लेकर गुस्सा और शोक का माहौल है।
मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी का बयान
पल्लवी ने बताया कि तीन से चार आतंकी अचानक सामने आए और हमला शुरू कर दिया। जब उन्होंने आतंकियों से कहा कि तुमने मेरे पति को मार दिया, अब मुझे भी मार दो, तब उनमें से एक बोला—’मैं तुम्हें नहीं मारूंगा, जाओ मोदी को ये बता देना।’
केंद्रीय गृह मंत्री की प्रतिक्रिया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले के बाद गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि हमलावरों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने इस कायरतापूर्ण हमले के दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शने की बात की। इसके बाद अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर के सुरक्षा अधिकारियों से उच्चस्तरीय बैठक की और स्थिति की समीक्षा की।
नई जानकारी
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। इसके अलावा, सरकार ने घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने का आश्वासन दिया है। सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है और हमलावरों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की और इसे जघन्य करार दिया। उन्होंने कहा कि हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कठोर सजा दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री को जल्द से जल्द कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
देश की प्रतिक्रिया
देशभर में इस हमले को लेकर गुस्सा और शोक का माहौल है। विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने हमले की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सुरक्षाबलों की मुस्तैदी और सरकार की कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।