Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर अपने अजीब बर्ताव के चलते सुर्खियों में हैं। एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान जब एक अधिकारी ने उन्हें श्रद्धास्वरूप फूलों का गमला भेंट किया, तो सीएम ने बिना किसी औपचारिकता या सम्मान के उस गमले को उठाकर उसी अधिकारी के सिर पर रख दिया।
यह दृश्य कैमरों में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है। सवाल यह उठता है कि क्या यह व्यवहार एक लोकतांत्रिक व्यवस्था के मुख्यमंत्री के स्तर के अनुरूप था?इस घटना ने केवल प्रशासनिक मर्यादा ही नहीं तोड़ी, बल्कि यह सत्ता और सम्मान के बीच के संतुलन पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। अगर यह महज़ मजाक था तो वह सार्वजनिक रूप से अपमानजनक बन गया, और अगर यह जानबूझकर किया गया तो यह सत्ता के दंभ का उदाहरण है।
एक अधिकारी जो अपने संवैधानिक कर्तव्यों के तहत मुख्यमंत्री को उपहार दे रहा था, उसका इस प्रकार अपमान करना न सिर्फ गलत संदेश देता है, बल्कि यह सरकारी सेवकों के मनोबल को भी प्रभावित कर सकता है। इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय की चुप्पी और सफाई न देना इसे और अधिक विवादास्पद बनाता है।