Naxal Encounter: झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ को नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है। सोमवार सुबह बोकारो जिले के जगेश्वर विहार थाना क्षेत्र अंतर्गत लालपनिया स्थित लुगु पहाड़ी में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस संयुक्त कार्रवाई में आठ नक्सलियों को मार गिराया गया, जिनमें तीन इनामी और वांछित नक्सली शामिल हैं।
राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इस मुठभेड़ के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस को यह बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने बताया कि मारे गए नक्सलियों में एक करोड़ रुपये का इनामी विवेक, 25 लाख का इनामी अरविंद यादव और 10 लाख का इनामी साहेब राम मांझी शामिल हैं। विवेक मुख्य रूप से धनबाद का रहने वाला था, जबकि अरविंद यादव और साहेब राम मांझी बिहार से ताल्लुक रखते थे।
डीजीपी ने बताया कि इस अभियान में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन की भूमिका महत्वपूर्ण रही। उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की यह साझा कार्रवाई राज्य को नक्सलमुक्त करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में जितने भी सक्रिय नक्सली हैं, उनकी पूरी जानकारी पुलिस के पास है। ऐसे में नक्सलियों से अपील की गई है कि वे आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट आएं, अन्यथा आगे भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने बताया कि राज्य के अंदर 1 करोड़ तक के इनामी नक्सली जैसे मिसिर बेसरा अब भी सक्रिय हैं, जिन पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य के तमाम सुरक्षा बलों को अब चाईबासा के सारंडा जंगलों में तैनात किया जाएगा और बरसात शुरू होने से पहले इस पूरे क्षेत्र को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
यह कार्रवाई झारखंड सरकार और सुरक्षा बलों के नक्सल विरोधी अभियान को एक नई दिशा देने वाली साबित हो रही है। मारे गए नक्सलियों के पास से इंसास रायफल, SLR aur रिवॉल्वर समेत भारी मात्रा में गोली बरामद किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, आने वाले दिनों में ऐसे अभियान और तेज किए जाएंगे। साथ ही डीजीपी ने दावा किया है कि बरसात आने से पहले सारंडा से भी नक्सलियों का होगा सफाया।