Student Protest: जमशेदपुर में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को लेकर छात्र संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (AIDSO) ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्वी सिंहभूम जिले में व्याप्त शैक्षणिक अव्यवस्थाओं को लेकर संगठन ने प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है। छात्रों का कहना है कि मौजूदा हालात में शिक्षा का स्तर लगातार गिर रहा है, जिसका सीधा असर विद्यार्थियों के भविष्य पर पड़ रहा है।
AIDSO ने अपने ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि छात्रवृत्ति भुगतान में हो रही लगातार देरी के कारण आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पद लंबे समय से भरे नहीं जाने से शैक्षणिक सत्र प्रभावित हो रहा है। संगठन ने शिक्षकों की स्थायी बहाली को शिक्षा सुधार की पहली शर्त बताया।
ज्ञापन में छात्र संघ चुनाव नियमित रूप से कराने की मांग भी प्रमुखता से उठाई गई। संगठन का कहना है कि छात्र प्रतिनिधित्व के बिना शैक्षणिक संस्थानों में लोकतांत्रिक माहौल कमजोर हो रहा है। इसके साथ ही छात्राओं की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता जताई गई और परिसरों में सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने की मांग की गई।
AIDSO ने बढ़ती फीस को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि महंगी शिक्षा आम छात्रों की पहुंच से बाहर होती जा रही है। संगठन ने ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों से आने वाले छात्रों के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने, साथ ही स्कूलों और कॉलेजों में आधुनिक लैब और लाइब्रेरी विकसित करने की भी मांग की है।
छात्र संगठन ने नई शिक्षा नीति 2020 को छात्रों के हितों के खिलाफ बताते हुए इसे पूरी तरह रद्द करने की मांग की। संगठन के प्रतिनिधि शुभम झा ने कहा कि यह नीति समान और सुलभ शिक्षा के सिद्धांतों को कमजोर करती है। AIDSO ने चेतावनी दी है कि यदि मांगों पर जल्द सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।


