Shiv Kripa Mahotsav: साकची स्थित शिव मंदिर परिसर में रविवार शाम एक भव्य और दिव्य आयोजन के तहत “शिव कृपा महोत्सव” का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहा पंच कैलाश यात्रा पर आधारित विशेष कार्यक्रम, जिसमें भगवान शिव से जुड़े पाँच पवित्र स्थलों के आध्यात्मिक और पौराणिक महत्व को श्रद्धालुओं के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
इस आयोजन में तिब्बत स्थित कैलाश मानसरोवर, उत्तराखंड का आदि कैलाश, हिमाचल का श्रीखंड महादेव, किन्नौर कैलाश और मणि महेश — इन पाँच शिव धामों की कथा, रहस्यवाद और आध्यात्मिक महत्ता का वर्णन किया गया। वक्ताओं ने बताया कि ये पाँचों स्थान भगवान शिव के दिव्य निवास माने जाते हैं और इनसे जुड़ी यात्राएँ आध्यात्मिक शुद्धि, रोमांच और आत्मिक अनुभूति का अद्भुत संगम होती हैं।

भक्ति संध्या में गूंजे शिव नाम‚ भजनों से बंधा भक्तिरस
कार्यक्रम के उपरांत आयोजित भक्ति संध्या में भजनों और भक्ति संगीत की ऐसी प्रस्तुति हुई कि पूरा वातावरण “हर हर महादेव” और “बम-बम भोले” के जयघोषों से गूंज उठा। संगीत में रमते श्रद्धालु शिव आराधना में डूबे नजर आए।
आयोजन में अग्रहरि परिवार की रही महत्वपूर्ण भूमिका
इस आध्यात्मिक आयोजन को सफल बनाने में पंच कैलाशी लक्ष्मी अग्रहरि एवं पवन कुमार अग्रहरि की पहल अहम रही, जबकि विनीत कृष्ण कुमार अग्रहरि और प्रदीप कुमार अग्रहरि ने भी सक्रिय सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में अग्रहरि परिवार की ओर से श्रद्धालुओं को धन्यवाद देते हुए इसे “ईश्वरीय कृपा और समाज सेवा का संयोग” बताया गया।
श्रद्धालुओं की बड़ी भागीदारी‚ श्रद्धा और भक्ति का माहौल
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु सपरिवार उपस्थित हुए और संध्या 5 बजे से शुरू हुए आयोजन में देर रात तक शामिल रहे। हर आयुवर्ग के लोगों ने पंच कैलाश की महिमा का श्रवण कर भक्ति और आस्था का आनंद लिया।