Kudmi Protest Update: सरायकेला जिले के तहत आने वाले कोल्हान क्षेत्र में कुड़मी समाज द्वारा चलाया जा रहा रेल टेका आंदोलन धीरे-धीरे थमता दिख रहा है। क्षेत्र के अधिकांश रेलवे स्टेशनों से आंदोलनकारियों ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया है, लेकिन हावड़ा-मुंबई रेलखंड के प्रमुख स्टेशन सिनी और उसके समीपवर्ती मुंडा टांड़ के पास आंदोलन अब भी जारी है।
कुड़मी समाज की मांग है कि उन्हें आदिवासी समुदाय में शामिल किया जाए और उनकी भाषा कुड़माली को संविधान की आठवीं अनुसूची में मान्यता दी जाए। इसी मांग को लेकर रेल पटरी पर बैठकर विरोध जताया जा रहा है।

प्रशासन से वार्ता विफल‚ जमीनी आंदोलन में दिखा लोकल असर
प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच अब तक कई चरणों की बातचीत हो चुकी है, लेकिन समाधान पर सहमति नहीं बन सकी है। अधिकारियों की कोशिशों के बावजूद सिनी-मुंडाटांड़ सेक्शन में प्रदर्शनकारी हटने को तैयार नहीं हैं।
इस बीच यह भी देखा गया कि कई बड़े चेहरे आंदोलन से गायब हैं, जिससे यह संकेत मिला है कि आंदोलन अब नेतृत्वविहीन होता जा रहा है या फिर स्थानीय स्तर पर इसकी कमान सौंपी जा चुकी है। हालांकि, कुड़मी समाज के कार्यकर्ता इसे एक रणनीतिक बदलाव मान रहे हैं।
हावड़ा-मुंबई रेलखंड पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित‚ यात्री हो रहे परेशान
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, हावड़ा-मुंबई मुख्य रेलमार्ग पर सिनी सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। कई ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाया जा रहा है या फिर आंशिक रूप से रद्द किया गया है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वे बातचीत के माध्यम से समाधान निकालें और रेल सेवाओं को बाधित न करें।