Karma Festival Rajnagar: झारखंड की सांस्कृतिक पहचान और परंपरा को सहेजते हुए राजनगर ब्लॉक मैदान में कुड़मी समाज द्वारा देश करम महोत्सव बड़े उत्साह और भव्यता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए और परंपरागत नृत्य, गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लिया।
सांसद विद्युत वरण महतो ने दी शुभकामनाएं
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि करमा पर्व झारखंड की अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर है और इसे बचाए रखना पूरे समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने करम राजा को धन, समृद्धि और शांति का प्रतीक बताते हुए समाज में एकजुटता और सहभागिता पर बल दिया।
सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश
झारखंड आंदोलनकारी नेता हरमोहन महतो ने कहा कि समाज की सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए संगठन और जागरूकता अनिवार्य है। उन्होंने युवाओं को शिक्षा और समाज सेवा में आगे आने की अपील की।
जिला परिषद सदस्य अमोदिनी महतो ने महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी को समाज की शक्ति बताते हुए सहयोग और भाईचारे का संदेश दिया। वहीं, समाजसेवी आस्तिक महतो ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने और परंपराओं को जीवित रखने का माध्यम हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां
झूमर नृत्य और लोक गीतों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने महोत्सव को जीवंत बना दिया। परंपरागत वाद्ययंत्रों की थाप और कलाकारों की उमंग ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर कुड़मी समुदाय के प्रतिनिधियों ने कुडमाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग भी दोहराई।
आयोजन में समाज की एकजुटता
देश करम महोत्सव के सफल आयोजन में संघ के अध्यक्ष सुधांशु महतो, उपाध्यक्ष बैद्यनाथ महतो, सचिव साहेबराम महतो, कोषाध्यक्ष घनश्याम महतो सहित कई सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई। इनके साथ कमलेश्वर महतो, दीपक महतो, सुभाष महतो, गुरुचरण महतो, दिनेश महतो, दीनबंधु महतो, नीलकमल महतो, रवि महतो, मुकुटधारी महतो और अन्य सक्रिय कार्यकर्ताओं ने भी योगदान दिया।