Kali Puja: चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के फदलोगोड़ा स्थित प्राचीन वनदेवी मां काली मंदिर में सोमवार को कार्तिक अमावस्या के अवसर पर भक्ति, श्रद्धा और उत्साह का अनोखा संगम देखने को मिला। मां काली की पूजा और हवन का आयोजन धूमधाम से संपन्न हुआ। जैसे ही रात आठ बजे पूजन की शुरुआत हुई, श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर की ओर उमड़ पड़ी और पूरा वातावरण “जय मां काली” के जयघोष से गूंज उठा।
पूजन से पूर्व महंत विद्यानंद सरस्वती के निर्देशन में महंत इंद्रानंद सरस्वती के नेतृत्व में आसानबनी पंचायत की सैकड़ों महिलाएं भक्ति भाव से टीसीआई के समीप स्थित कैनाल से कलश में जल भरकर मंदिर पहुंचीं। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापना की गई और विधिवत पूजा प्रारंभ हुई। इस पवित्र आरंभ ने पूरे आयोजन को भक्ति और आस्था के रंग में रंग दिया।
कलश स्थापना के बाद महंतों और पुरोहितों द्वारा वैदिक विधि-विधान से चंडी पाठ और हवन का आयोजन किया गया। यज्ञाग्नि की लपटों और मंत्रोच्चार की ध्वनि से वातावरण पवित्र हो उठा। उपस्थित श्रद्धालु मां काली के दर्शन कर भावविभोर हो उठे।
मंगलवार की भोर चार बजे से श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण शुरू हुआ, जो देर शाम तक निर्बाध रूप से चलता रहा। दूर-दूर से आए भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर मां काली का आशीर्वाद लिया। इस दौरान मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन और देवी गीतों की गूंज से माहौल और भी पावन हो गया।
इस अवसर पर आसानबनी ग्राम प्रधान प्रबोध उरांव ने कहा कि यह पूजा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि पंचायत के विभिन्न गांवों से आई महिलाएं “महिला साधक” के रूप में आयोजन में शामिल हुईं और पूरे क्षेत्र की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।पूरे कार्यक्रम के दौरान पंचायत समिति सदस्य माधवी सिंह, शंकर मंडल सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। महंत विद्यानंद सरस्वती ने पूजा संपन्न कर मां काली से सभी भक्तों के कल्याण की कामना की।