Justice for Worker: तीन दिन की जद्दोजहद के बाद‚ मुआवजा समझौते पर बनी सहमति

Justice for Worker: जमशेदपुर के हाता स्थित शाह स्पंज एंड पावर लिमिटेड में कार्यरत मजदूर राजेंद्र उपाध्याय की मौत के मामले में तीन दिनों के आंदोलन के बाद आखिरकार समझौता हो गया। कंपनी प्रबंधन और परिजनों के बीच ₹18 लाख मुआवजा देने पर सहमति बनी। इस समझौते के बाद परिजनों

Facebook
X
WhatsApp

Justice for Worker: जमशेदपुर के हाता स्थित शाह स्पंज एंड पावर लिमिटेड में कार्यरत मजदूर राजेंद्र उपाध्याय की मौत के मामले में तीन दिनों के आंदोलन के बाद आखिरकार समझौता हो गया। कंपनी प्रबंधन और परिजनों के बीच ₹18 लाख मुआवजा देने पर सहमति बनी। इस समझौते के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने की अनुमति दी।

कंपनी प्रबंधन की ओर से ₹17.50 लाख का चेक परिजनों को सौंपा गया, जबकि ₹50 हजार नकद दाह संस्कार के लिए दिए गए। इससे पहले मृतक के परिजन और जोहार झारखंड श्रमिक महासंघ के सदस्य ₹20 लाख मुआवजे की मांग पर अड़े हुए थे। लगातार बातचीत और मजदूर संगठन के दबाव के बाद यह सहमति बनी।

गौरतलब है कि 10 अक्टूबर को ड्यूटी के दौरान राजेंद्र उपाध्याय गंभीर रूप से झुलस गए थे। उन्हें इलाज के लिए टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद कंपनी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों और श्रमिक संगठन ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था।

जोहार झारखंड श्रमिक महासंघ के नेता राजीव पांडेय ने समझौते के बाद कहा, “यह मजदूर एकता और न्याय की जीत है। महासंघ हमेशा मजदूरों के अधिकार और सम्मान के लिए संघर्षरत रहेगा।”उनके अनुसार, यह समझौता न केवल एक परिवार के लिए राहत है, बल्कि सभी मजदूरों के हक की लड़ाई को मजबूती भी देता है।

इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े किए हैं। श्रमिक संगठनों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं।

TAGS
digitalwithsandip.com