Jamshedpur Theft: जांच के शुरुआती चरण में पुलिस को कार्यालय के ही स्टाफ रवि रंजन पर संदेह हुआ। सूत्रों से मिले इनपुट और परिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की। लगातार पूछताछ के बाद रवि रंजन ने चोरी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली।
तफ्तीश में यह खुलासा हुआ कि चोरी की गई नकदी को रवि रंजन ने कार्यालय परिसर के ही एक स्थान पर छुपा दिया था। पुलिस ने मौके पर खोजबीन की और वहीं से 8 लाख 91 हजार 500 रुपये बरामद कर लिए। हालांकि पूरा राशि अभी बरामद नहीं हो सकी, लेकिन बड़े हिस्से की रिकवरी से पुलिस ने राहत की सांस ली।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि रवि रंजन पिछले लगभग 20 वर्षों से इसी कार्यालय में कार्यरत था और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। चोरी की घटना के समय स्टोर्स का कैशियर छुट्टी पर था। इसी दौरान रवि रंजन ने लॉकर की चाबी किस स्थान पर रखी जाती है, यह देख लिया था और अवसर पाकर उसने चोरी को अंजाम दे दिया।
घटना के स्पष्ट होने के बाद पुलिस ने आरोपी रवि रंजन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सिटी एसपी कुमार शिवाशिष ने बताया कि मामले की सभी कड़ियों को खंगाला गया है और बरामदगी के साथ चोरी के पीछे की पूरी कहानी अब सामने है।


