Jamshedpur news: जमशेदपुर में लद्दाख की मांगों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन‚ झारखंडी समाज ने जताई एकजुटता

Jamshedpur news: जमशेदपुर में सोमवार को झारखंडी समाज के सदस्यों ने लद्दाख के लोगों की जायज और संवैधानिक मांगों के समर्थन में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने लद्दाख के नागरिकों के साथ पूर्ण एकजुटता जताते हुए कहा कि उनकी मांगें केवल क्षेत्रीय नहीं बल्कि संवैधानिक अधिकारों

Facebook
X
WhatsApp

Jamshedpur news: जमशेदपुर में सोमवार को झारखंडी समाज के सदस्यों ने लद्दाख के लोगों की जायज और संवैधानिक मांगों के समर्थन में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने लद्दाख के नागरिकों के साथ पूर्ण एकजुटता जताते हुए कहा कि उनकी मांगें केवल क्षेत्रीय नहीं बल्कि संवैधानिक अधिकारों से जुड़ी हैं।

छठी अनुसूची और राज्य का दर्जा मांग में शामिल

प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि लद्दाख की जनता लंबे समय से छठी अनुसूची में शामिल किए जाने, राज्य का दर्जा देने और स्थायी रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने की मांग कर रही है। इन मुद्दों पर केंद्र सरकार की चुप्पी और अनदेखी को लेकर प्रदर्शनकारियों ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया।

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर विरोध

प्रदर्शनकारियों ने पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता श्री सोनम वांगचुक की अवैध हिरासत की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि लेह में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे नागरिकों पर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। यह न केवल नागरिक अधिकारों का हनन है, बल्कि उन आवाज़ों को दबाने का प्रयास भी है जो पर्यावरण और धरती की रक्षा के लिए संघर्ष कर रही हैं।

चार मुख्य मांगें रखीं

प्रदर्शन के अंत में झारखंडी समाज के सदस्यों ने केंद्र सरकार से चार प्रमुख मांगें रखीं —

  1. सोनम वांगचुक और अन्य प्रदर्शनकारियों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की जाए।
  2. लद्दाख को छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक अधिकार दिए जाएं।
  3. लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान किया जाए।
  4. बेरोजगार युवाओं के लिए स्थायी रोजगार के अवसर सुनिश्चित किए जाएं।
    साथ ही, प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से लद्दाख के प्रतिनिधियों के साथ तत्काल संवाद शुरू करने और उनकी मांगों का न्यायपूर्ण समाधान निकालने की अपील की।

लोकतंत्र और पर्यावरण की रक्षा का संदेश

प्रदर्शन में शामिल सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि लद्दाख का आंदोलन केवल क्षेत्रीय विकास या रोजगार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र, पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा से जुड़ा व्यापक संघर्ष है। जमशेदपुर में दिया गया यह समर्थन संदेश देशभर में उठ रही जनभावनाओं का प्रतीक माना जा रहा है।

TAGS
digitalwithsandip.com