Hemant Soren Remark: भुइयाँडीह में हाल ही में हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद से राजनीतिक विवाद लगातार गहराता जा रहा है। मकानों के तोड़े जाने को लेकर शुरू हुआ मामला अब खुलकर राजनीतिक बयानबाज़ी में बदल चुका है। पूर्व मंत्री दुलाल भुइयाँ और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर दिए जा रहे तीखे बयान झारखंड की सियासत को और गरमा रहे हैं।
कुछ दिनों पहले दुलाल भुइयाँ ने मुख्यमंत्री को “शैतान सोरेन” कहकर संबोधित किया था, जिस पर झामुमो नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई थी। विवाद के बीच अब दुलाल भुइयाँ ने अपने बयान को और अधिक तीखा करते हुए मुख्यमंत्री को ‘भस्म सोरेन’ कह दिया।उनका कहना है कि सरकार गरीबों के पक्ष में निर्णय लेने में विफल रही है और यह कार्रवाई जनता के साथ अन्याय है।
दुलाल भुइयाँ के लगातार दिए जा रहे बयानों पर झामुमो नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। नेताओं का कहना है कि पार्टी ने दुलाल भुइयाँ को पहचान दिलाई, लेकिन अब वे अनुशासनहीन तरीके से बयान दे रहे हैं और व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं।
अपने जवाबी बयान में दुलाल भुइयाँ ने दावा किया कि यदि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में हिम्मत है, तो 2026 में होने वाले टाटा लीज़ नवीनीकरण के दौरान86 बस्तियों को मालिकाना हक दिया जाए।उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर वे स्वयं मुख्यमंत्री को ‘भगवान सोरेन’ की उपाधि देंगे और उनकी पूजा करेंगे।
भुइयाँडीह में टूटे मकानों को लेकर शुरू हुआ विरोध अब सीधे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में बदल चुका है। लगातार तीखे बयान प्रदेश की राजनीति में तनाव बढ़ा रहे हैं।फिलहाल, झामुमो और विपक्ष — दोनों ओर से बयान युद्ध जारी है।


