Giridih cyber crime: गिरिडीह पुलिस ने शनिवार को साइबर अपराध और वाहन चोरी में लिप्त एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया। यह कार्रवाई उस गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि पटना से खरीदी गई एक स्कॉर्पियो गाड़ी गिरिडीह–गांडेय रोड के रास्ते जमालगंज ले जाई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर साइबर क्राइम गिरिडीह और गांडेय थाना की संयुक्त टीम ने एक विशेष अभियान चलाया और संदिग्ध स्कॉर्पियो वाहन को रोक लिया। जब वाहन की जांच की गई तो पता चला कि यह गाड़ी साइबर अपराधियों के गिरोह ने ठगी से अर्जित धन से खरीदी थी और इसका इस्तेमाल उनके नेटवर्क को फैलाने में किया जा रहा था।
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे व्हाट्सऐप के माध्यम से लोगों के मोबाइल पर RTO Challan.apk, E-Challan.apk नामक फर्जी एप्लिकेशन भेजते थे। KYC अपडेट या ट्रैफिक चालान सुधार के नाम पर पीड़ितों को यह लिंक इंस्टॉल करवाया जाता था। जैसे ही पीड़ित लिंक इंस्टॉल करता, ठग उसके मोबाइल और बैंक खाते तक पहुंच बना लेते और मिनटों में रकम उड़ा देते थे।
गिरोह साइबर ठगी से मिली राशि का उपयोग वाहन खरीदने, मोबाइल और अन्य महंगे सामान जुटाने में करता था। फिर इन्हें विभिन्न राज्यों में खपाकर ठगी की कमाई को वैध रूप देने की कोशिश की जाती थी।
पुलिस ने इस ऑपरेशन में पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह का एक सक्रिय सदस्य मौके से भागने में सफल रहा। गिरफ्तार आरोपी बिहार और गिरिडीह के अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले हैं। फरार आरोपी की तलाश जारी है।छापेमारी के दौरान पुलिस ने 10 मोबाइल फोन, 14 सिम कार्ड और चोरी की स्कॉर्पियो गाड़ी को जब्त किया है। यह कार्रवाई साइबर थाना गिरिडीह में दर्ज केस संख्या 39/2025 (दिनांक 28 नवंबर) के आधार पर की गई।
इस पूरे अभियान में पुलिस उपाधीक्षक (साइबर क्राइम) आब्दिद हुसैन, साइबर थाना प्रभारी विनीता राकेश भगत, गांडेय थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह तथा कई पुलिस कर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


