Coal Quality Check: कुसुंडा क्षेत्र की आउटसोर्सिंग माइंस का औचक निरीक्षण‚ सीएमडी सख्त

Coal Quality Check: भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) मनोज अग्रवाल ने कुसुंडा क्षेत्र स्थित आरके अर्थ रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड की ऐना आउटसोर्सिंग माइंस का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोयला उत्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण और डिस्पैच व्यवस्था का मौके पर जाकर विस्तार से जायजा लिया।

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Coal Quality Check: भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) मनोज अग्रवाल ने कुसुंडा क्षेत्र स्थित आरके अर्थ रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड की ऐना आउटसोर्सिंग माइंस का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कोयला उत्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण और डिस्पैच व्यवस्था का मौके पर जाकर विस्तार से जायजा लिया।

निरीक्षण के दौरान सीएमडी अग्रवाल ने बीसीसीएल की वर्तमान उत्पादन और डिस्पैच स्थिति पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दोनों ही मोर्चों पर अभी संतोषजनक प्रगति नहीं हो पा रही है। स्थिति उस समय और गंभीर हो गई जब उन्होंने क्रेशर की ओर जा रहे हाईवा ट्रकों में कोयले के साथ बड़ी मात्रा में सफेद पत्थर मिला हुआ देखा।

कोयले में मिलावट देख सीएमडी अग्रवाल नाराज हो गए और स्वयं क्रेशर तक पहुंचकर पूरे मामले की गहन जांच की। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोयले की गुणवत्ता से किसी भी सूरत में समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मौके पर मौजूद निदेशक (तकनीकी), महाप्रबंधक, प्रबंधन के अन्य अधिकारी और सीआईएसएफ के जवानों को कड़े निर्देश देते हुए सीएमडी ने कहा कि किसी भी स्थिति में कोयले में बाहरी पदार्थ, विशेषकर सफेद पत्थर, की मिलावट नहीं होनी चाहिए। इसके लिए नियमित और प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने को कहा गया। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि उत्पादन लक्ष्य महत्वपूर्ण हैं, लेकिन डिस्पैच किए जा रहे कोयले की गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता है।

निरीक्षण के दौरान सीएमडी मनोज अग्रवाल ने कोयला चोरी को समाज के लिए कोढ़ की बीमारी बताया। उन्होंने कहा कि कोयला चोरी एक गंभीर समस्या बन चुकी है और इसे जड़ से खत्म करने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बीसीसीएल प्रबंधन अवैध खनन और कोयला तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।

सीएमडी ने बताया कि वे हर महीने नियमित रूप से सभी क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। आगामी लगभग 105 दिनों में उत्पादन और डिस्पैच की स्थिति में सुधार लाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने निदेशक (ऑपरेशन) और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि किन माइंस से उत्पादन बढ़ाया जा सकता है, इस पर गंभीरता से मंथन किया जाए।

निरीक्षण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, लाइटिंग की स्थिति, कोयले की पोजिशन, ठेकेदारों की मशीनों की उपलब्धता, पानी छिड़काव व्यवस्था और अन्य सेफ्टी इंतजामों की भी समीक्षा की गई। सीएमडी ने कहा कि अधिक बारिश के कारण इस वर्ष कई माइंस प्रभावित हुई हैं, लेकिन आने वाले दिनों में हालात में सुधार होगा। सुरक्षित, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के जरिए कंपनी, राज्य और देश के विकास में योगदान देना बीसीसीएल की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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