CDS Visits Ranchi: रांची एयरपोर्ट बुधवार को एक ऐतिहासिक पल का साक्षी बना, जब देश के पहले और वर्तमान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान पहली बार झारखंड की राजधानी पहुंचे। इस विशेष अवसर पर उन्हें एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और बड़ी संख्या में मौजूद पूर्व सैनिकों तथा सैन्य अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
जनरल चौहान का यह दौरा रांची के खेलगांव में आयोजित तीन दिवसीय डिफेंस एग्जीबिशन एंड सेमिनार के मद्देनज़र है, जिसमें वे रक्षा क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों, सैन्य रणनीतियों और युवाओं की भागीदारी जैसे विषयों पर संवाद करेंगे।
तीन दिवसीय रक्षा प्रदर्शनी की शुरुआत
यह पहली बार है जब झारखंड की धरती पर इतनी बड़ी रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन में रक्षा अनुसंधान एवं विकास, आत्मनिर्भर भारत अभियान, स्वदेशी हथियार निर्माण, और सैन्य प्रशिक्षण के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस मौके पर देश-विदेश के रक्षा विशेषज्ञ, सैन्य अधिकारी, रक्षा कंपनियां और छात्र भाग लेंगे।
रक्षा क्षेत्र के लिए यह आयोजन केवल एक प्रदर्शनी नहीं बल्कि एक मंच है, जो झारखंड को राष्ट्रीय सुरक्षा और तकनीकी नवाचार के केंद्र के रूप में स्थापित कर सकता है।
पूर्व सैनिकों में उत्साह, गर्व का क्षण
रांची में मौजूद पूर्व सैनिकों के लिए यह दौरा बेहद गर्व का क्षण रहा। वर्षों बाद किसी सीडीएस का आगमन यहां हुआ है और इससे पूर्व सैनिकों के मनोबल को बल मिला है। मौके पर मौजूद एक पूर्व सैनिक ने कहा, “झारखंड के लिए यह सम्मान की बात है कि देश का रक्षा प्रमुख यहां आया है। इससे राज्य की भूमिका राष्ट्रीय सुरक्षा विमर्श में और मजबूत होगी।”
ऑपरेशन सिंदूर के बाद दौरा और अधिक महत्वपूर्ण
जनरल अनिल चौहान का यह दौरा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हो रहा है, जिससे इसे विशेष रणनीतिक महत्व भी मिल रहा है। रक्षा सूत्रों के अनुसार इस ऑपरेशन ने देश के सैन्य नेतृत्व की सुदृढ़ता को दर्शाया और ऐसे समय में सीडीएस का रांची आना एक मजबूत संदेश है।
युवाओं को मिलेगा प्रेरणा का मंच
इस आयोजन के माध्यम से रांची के युवा और विद्यार्थी सेना, रक्षा तकनीक और राष्ट्रीय सेवा के क्षेत्रों में प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करेंगे। रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित विशेष सत्रों में युवाओं को भारतीय सेना में शामिल होने, एनडीए परीक्षा की तैयारी, और आत्मनिर्भर रक्षा पहल की जानकारी दी जाएगी।
राज्य की प्रतिष्ठा को नया आयाम
इस आयोजन के जरिए झारखंड की राजधानी रांची राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रक्षा विमर्श में एक प्रमुख स्थान हासिल कर रही है। राज्य सरकार और रक्षा मंत्रालय की साझा पहल से यह आयोजन न केवल राज्य के युवाओं को अवसर देगा, बल्कि झारखंड को नीति-निर्माण में अधिक भागीदारी दिलाने की दिशा में भी कदम है।


