Bokaro News: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद-स्टाइल निर्माण की नींव रखने के बाद सियासी विवाद तेज हो गया है। इस विवादित भूमि पूजन और नए निर्माण की शुरुआत पर प्रतिक्रिया देते हुए बोकारो क्षेत्र के भाजपा सांसद ढूल्लू महतो ने इसे “विनाश काले विपरीत बुद्धि” बताया है।
बोकारो में मीडिया से बातचीत के दौरान सांसद महतो ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की राजनीति बंगाल को सांप्रदायिक दिशा में ले जा रही है। उन्होंने कहा कि 2026 में बंगाल से “सफाया तय” है। महतो ने यह भी कहा कि देश अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं करेगा। उनका कहना था, “देश की 140 करोड़ जनता उन्हें भगाने का काम करेगी।”
महतो ने भूमि पूजन व मस्जिद-स्टाइल निर्माण को लेकर कहा कि जब “बाबरी मस्जिद धसा सकते हैं, तो उसका घर धंसा देंगे हम लोग।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसी धार्मिक संरचना के नाम पर कानून व संविधान के उल्लंघन की कोशिश हुई, तो वे इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे।
इस बयान से पश्चिम बंगाल की सियासी गहमागहमी बढ़ सकती है। मुर्शिदाबाद में हुए भूमि पूजन को लेकर पहले ही विपक्षी दलों ने आपत्ति जताई थी। अब सांसद द्वारा दिए गए इस कड़े बयान ने विवाद को और भड़काया है। यह मामला न सिर्फ एक धार्मिक मुद्दा बन चुका है, बल्कि 2026 के चुनावों के मद्देनज़र राजनीतिक संवेदनाओं को भी जिंदा कर सकता है।
धनबाद सांसद ढूल्लू महतो के इस वक्तव्य के बाद भाजपा और बंगाल की सत्तारुढ़ गठबंधन के बीच तनातनी और तेज हो सकती है। साथ ही, सामाजिक संगठनों और नागरिकों की प्रतिक्रियाओं पर भी नजर है — यह देखना होगा कि इस बयान का स्थानीय स्तर पर क्या प्रभाव पड़ता है।


