ASPIRE Jamshedpur: जमशेदपुर में बौद्धिक रूप से दिव्यांग और ऑटिस्टिक बच्चों के लिए उचित केंद्र की कमी ने अभिभावकों को गंभीर संकट में डाल दिया है। इसी मुद्दे को रेखांकित करते हुए ASPIRE, जो पैरेंट्स एसोसिएशन ऑफ मेंटली हैंडीकैप्ड ऑफ जमशेदपुर (PAMHJ) की मातृ-शाखा है, ने प्रशासन एवं समाज से एक सुसज्जित और सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराने की अपील की है।
ASPIRE एक विधिवत पंजीकृत सामाजिक संस्था है, जो सोसाइटीज़ रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के तहत संचालित होती है। संगठन पिछले कई वर्षों से जमशेदपुर में बौद्धिक रूप से दिव्यांग, ऑटिस्टिक और न्यूरोडाइवर्स बच्चों के पुनर्वास, विकास और जागरूकता बढ़ाने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
संगठन की प्रमुख गतिविधियों में विशेष बच्चों को सामुदायिक जीवन कौशल, व्यावसायिक प्रशिक्षण, और समाज में संवेदनशीलता एवं जागरूकता फैलाना शामिल है।वर्तमान में ASPIRE के साथ 400 से अधिक अभिभावक सदस्य जुड़े हुए हैं, जो अपने बच्चों के लिए सुरक्षित और अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने हेतु संगठन पर भरोसा करते हैं।
संगठन ने बताया कि वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती इन विशेष बच्चों के लिए ऐसा स्थान न मिल पाना है, जहां सुरक्षा, पर्याप्त जगह और बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध हों।भवन की कमी के कारण कई माताओं को अपने बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए अन्य शहरों में स्थानांतरित होना पड़ रहा है, जो उनके जीवन और बच्चों के विकास दोनों को प्रभावित कर रहा है।
ASPIRE और PAMHJ से जुड़ी माताओं ने अनुरोध किया है कि उन्हें ऐसा केंद्र प्रदान किया जाए, जिसमें कम-से-कम विद्युत, पेयजल और सुरक्षित वातावरण जैसी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध हों।संगठन ने कहा कि थोड़ी-सी मदद भी इन विशेष बच्चों और उनके परिवारों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ—स्वावलंबन और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।


