Ranchi: झारखंड में पिछले पांच साल के दौरान 11 जिलों में 16 बड़ी सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं. झारखंड पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के साहिबगंज, लोहरदगा, चाईबासा, बोकारो, गढ़वा, रांची, गिरिडीह, देवघर, धनबाद और पाकुड़ जिले में यह सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं. गौरतलब है कि झारखंड में छोटे-छोटे त्योहार भी संवेदनशील होते जा रहे हैं. इस बात का खुलासा झारखंड पुलिस की रिपोर्ट से हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के कुछ वर्षों में कम संवेदनशील त्योहारों (सरस्वती पूजा, गणेश पूजा, मिलाद उन नबी) में भी विधि व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है. झारखंड के जो क्षेत्र पहले सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील नहीं थे, अब वहां भी पर्व-त्यौहारों में अशांति का माहौल देखा जा रहा है.
जानें किन 11 जिलों में कब हुई बड़ी सांप्रदायिक घटनाएं
-22 अक्टूबर 2020: रांची में विशेष समुदाय द्वारा पूजा कार्यक्रम में मस्जिद के रास्ते जाने से रोकने पर विवाद उत्पन्न हो गया था.
-11 अक्टूबर 2021: गढ़वा में दुर्गा प्रतिमा लाने के दौरान समुदाय विशेष द्वारा जयकारा लगाने से मना करने पर दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया था.
-14 अक्टूबर 2021: बोकारो में लड़की के साथ छेड़खानी के आरोप में समुदाय विशेष के लड़के के साथ मारपीट के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी.
-05 अक्टूबर 2022: चाईबासा में मूर्ति विसर्जन के लिए जुलूस निकालने के समय उर्दू लाइब्रेरी के समीप विवादित गाना बजाने पर दो समुदायों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था.
-06 अक्टूबर 2022: लोहरदगा में मूर्ति विसर्जन के दौरान समुदाय विशेष द्वारा सौहार्द बिगाड़ने के नीयत से धर्म विशेष का झंडा बिना किसी अवसर के लहराने के कारण दो पक्षों में तनाव उत्पन्न हो गया था.
-01 अप्रैल 2023: साहिबगंज में चैती दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान और सामाजिक तत्वों द्वारा प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर पथराव किया गया था.
-17 अप्रैल 2024: बोकारो जिले के पिंडरा जोड़ा में रामनवमी जुलूस के दौरान दो समुदाय के बीच पथराव.
-29 जुलाई 2024: रांची के हिंदपीढ़ी में दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना होने के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी.
-24 मार्च 2024: रांची के मांडर में और सामाजिक तत्वों द्वारा मंदिर परिसर में लगे धार्मिक झंडे को उखाड़ कर फेंक दिया गया था.
-16 नवंबर 2023: रामगढ़ जिले में सामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट कर सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने का प्रयास किया गया था.
-03 अप्रैल 2024: रामगढ़ के रजरप्पा में दो समुदायो के बीच कुआं खोदने को लेकर मारपीट की घटना हुई थी.
-24 नवंबर 2024: रामगढ़ खेड़प्पा में समुदाय विशेष के छात्र-छात्राओं के साथ दूसरे समुदाय विशेष के लोगों के द्वारा छेड़खानी और मारपीट की गयी थी, जिसके बाद तनाव उत्पन्न हो गया था.
-04 सितंबर 2024: लोहरदगा के सुधार थाना क्षेत्र में पूजा पंडाल को रोके जाने के कारण तनाव उत्पन्न हो गया था.
-18 सितंबर 2024: हजारीबाग के बड़कागांव में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच पथराव हुआ था.