Jharkhand: पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत पोड़िहासा पंचायत के ग्रामीण तुरामडीह माइंस के गेट को अनिश्चितकालीन जाम कर दिए,इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तुरामडीह माइंस आदिवासियों, विस्थापितो, रैयतों भूमि पुत्रों के हक को छीनने का प्रयास कर रही है। (नीचे भी पढ़े)
पिछले कई दिनों से ग्रामीण कंपनी के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बना रहे थे थक हार कर किसी तरह की पहल नहीं होने पर आज ग्रामीण कंपनी गेट को अनिश्चित कालीन के लिए जाम कर दिए महिला पुरुष बच्चे हाथों में अपने पूर्वजों जिन्होंने जल जंगल जमीन के लिए आंदोलन किया उनके तस्वीर, भीमराव अंबेडकर के तस्वीर को रखकर आंदोलन कर रहे हैं ग्रामीणों ने मांग की कि कंपनी द्वारा अधिग्रहित भूमि के एवज में प्रत्येक वर्ष रिक्तियां निकाली जाए और सत प्रतिशत विस्थापितों की बहाली की जाए, विस्थापित कर्मचारियों के सेवानिवृत व मृत्यु होने के उपरांत उनके आश्रितों को नौकरी दी जाए, पीढ़ी दर पीढ़ी नौकरी देने, ठेकेदारी में विस्थापित और प्रभावित परिवार को नौकरी में प्राथमिकता देने की मांग की ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा दोहरी नीति अपनाई जा रही है कंपनी का फर्ज है कि कंपनी के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांव को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए, सड़क बिजली स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार पर कंपनी ग्रामीणों को वंचित कर रखी है ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाएगी तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।