Jharkhand illegal mining: अवैध खनन मामले की सीबीआई जांच के लिए दायर याचिका के पैरवीकार लापता हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, रविवार की रात दो लोग विवेक कुमार भगत के लोअर चुटिया स्थित घर पर आए और उसे अपने साथ ले गए. परिजनों को पहले लगा कि पुलिस उसे अपने साथ ले गई है, लेकिन पुलिस ने मामले में अनभिज्ञता जताई है.
गौरतलब है कि साहेबगंज स्थित नींबू पहाड़ पर अवैध खनन की सीबीआई जांच की याचिका दायर करने की बात विजय हांसदा पलट चुका है. जिसके बाद ईडी ने उससे पूछताछ के लिए समन भेजकर उपस्थित होने को कहा, लेकिन वो उपस्थित नहीं हुआ.
17 अगस्त को हाइकोर्ट ने विजय हांसदा की उस प्रार्थना को अस्वीकार कर दिया था. जिसमें उसकी ओर याचिका वापस लेने का आग्रह किया गया था. उसकी ओर से एक हस्तक्षेप याचिका दाखिल कर कहा गया था कि इस संबंध में उन्होंने हाईकोर्ट में कोई याचिका दाखिल नहीं की थी. वे न तो अधिवक्ता को जानते हैं और न ही इस मामले में के पैरवीकार को. पैरवीकार लातेहार का रहने वाला है,जबकि वे संताल परगना के रहने वाले हैं.
बता दें कि विजय हांसदा की शिकायत पर साहिबगंज में अवैध खनन की जांच ईडी कर रही है. अपनी शिकायत में विजय हांसदा ने कहा था, साहिबगंज में उसके गांव के पास नींबू पहाड़ पर अवैध खनन किया जा रहा है. अवैध खनन रोकने का प्रयास किया, तो उसे धमकी दी गई और फर्जी केस में जेल भेज दिया गया था. इसके बाद विजय हांसदा ने पंकज मिश्रा सहित अन्य के खिलाफ एससी-एसटी का मामला दर्ज कराया था, जिसपर पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की. साहिबगंज में अवैध खनन मामले में ईडी ने विजय हांसदा को अपना गवाह बनाया है.
धुर्वा थाना में ईडी के गवाह रह चुके विजय हांसदा ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. उसके बाद उसका 164 का बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस उसकी तलाश कर रही है. लेकिन वह पुलिस को नहीं मिल रहा है. इसके लिए पुलिस साहेबगंज भी गई थी, लेकिन वहां भी नहीं मिला. धुर्वा थाना में दर्ज प्राथमिकी में विजय हांसदा ने अवैध खनन मामले में ईडी के गवाह अशोक यादव और मुकेश यादव पर मारपीट का आरोप लगाया है.
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