Jharkhand Assembly/रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 12वें दिन गिरिडीह में हुई घटना को लेकर भाजपा विधायकों ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया। विपक्ष ने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए जोरदार हंगामा किया। भाजपा विधायकों ने सरकार पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया और कहा कि प्रशासन की नाकामी के कारण गिरिडीह में अशांति फैली।
गिरिडीह हिंसा को लेकर सरकार का बचाव करते हुए स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे भाजपा का सीधा हाथ है और विपक्ष राज्य में अशांति फैलाने की साजिश रच रहा है। मंत्री अंसारी ने भाजपा विधायकों से सवाल किया, “बीजेपी वाले बताएं, साहू कौन है?”
मंत्री ने कहा कि प्रशासन ने लोगों से एक वैकल्पिक मार्ग अपनाने की अपील की थी, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने जानबूझकर विवाद खड़ा किया। उन्होंने कहा, “गिरिडीह में दो रास्ते थे—एक छोटा गली और दूसरी 6 फीट चौड़ी सड़क। प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए एक सुरक्षित मार्ग सुझाया था, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने उसी रास्ते से जाने की जिद की, जिससे तनाव पैदा हुआ।”
भाजपा ने मंत्री इरफान अंसारी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रही है। भाजपा विधायकों ने दावा किया कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण गिरिडीह में हिंसा भड़की। उन्होंने सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि “सरकार निष्पक्ष कार्रवाई करने के बजाय विपक्ष पर झूठे आरोप लगा रही है।”
मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य में “पवित्र महीना रमजान” चल रहा है, लेकिन भाजपा बेवजह विवाद पैदा कर रही है। उन्होंने भाजपा नेताओं बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास से अपील की कि वे झारखंड का माहौल खराब न करें।
सरकार ने आश्वासन दिया कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी निष्पक्षता से मामले की जांच करेगा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।