जमशेदपुरः जमशेदपुर लोकसभा सीट के अंदर 6 विधानसभा सीट आते है। जिसमे जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिम, घाटशिला, बहरागोड़ा, जुगसलाई और पोटका शामिल है। इनमें जमशेदपुर पूर्वी सीट झारखंड के लिए काफी महत्वपूर्ण सीट है। चुनाव आयोग के अनुसार इस सीट के लिए पहले चरण में 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में राजभर की हॉट सीट थी। कारण वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव मे राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को उन्ही के सरकार के मंत्री रहे सरयू राय निर्दलीय प्रत्याशी बन कर हराया। फिलहाल इस विधानसभा सीट से सरयू राय निर्दलीय विधायक है। हालांकि हाल में वे जेडीयू में शामिल हो चुके है।
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उभर रहा है Vikram Sharma का नाम
पूर्वी विधानसभा सीट में विक्रम शर्मा के नाम की चर्चाएँ तेज है, राजनीतिक गलियारों में ये कयास लगाया जा रहा है कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विक्रम शर्मा चुनाव लड़ सकते है. पर ये बात कितनी सही है कितनी गलत है ये कहना अभी मुस्किल है, हालांकि सूत्रों की माने तो विक्रम शर्मा पूर्वी सीट के मजबूत दावेदार माने जा रहे है और सामाजिक रूप में उनकी ज़मीनी पकड़ बहुत मजबूत है.
रघुवर दास अपनी राजनीतिक जमीन बचाने की करेंगे कोशिश!
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पांच पर चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन फिलहाल वो झारखंड की राजनीति से दूर ओडिशा में राज्यपाल के संवैधानिक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। पहले यह संभावना जताई जा रही थी कि चुनाव निकट आने के बाद रघुवर दास झारखंड की राजनीति में वापस लौट सकते हैं। लेकिन हाल ही में असम के मुख्यमंत्री और झारखंड में भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा का एक बयान है, जिसमें उन्होंने संकेत दिया है कि रघुवर दास की अभी झारखंड की राजनीति में वापसी नहीं होगी। दूसरी तरफ राजनीतिक हलकों में यह भी चर्चा है कि रघुवर दास अपनी राजनीतिक जमीन को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। ऐसी भी चर्चा है इस बार के चुनाव में रघुवर दास की सीट पर उनके पुत्र या बहू चुनाव मैदान में उतर सकती हैं।
रघुवर दास ने सबसे अधिक 5 बार जीत हासिल की
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट सबसे ज्यादा भाजपा के कब्जे में रहा है। रघुवर दास 1995 में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधायक बने। 5 बार लगातार रघुवर दास विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 1995, 2000, 2005, 2009 और 2014 में जीत हासिल की। साल 2004 में रघुवर दास शहरी विकास मंत्री भी रहे हैं। बाद की सरकार में भी मंत्री बने। 2014 के विधानसभा चुनाव में रघुवर दास ने 1 लाख 03 हजार 418 वोट से जीत दर्ज की थी। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी आनंद बिहारी दुबे 33 हजार 261 वोट से दूसरे नंबर पर रहे। झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय महासचिव अभय सिंह 20 हजार 812 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे। 2014 में सीट जीतने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बने। यही नहीं रघुवर दास राज्य के ऐसे पहले मुख्यमंत्री बने कि राज्य की कोई सरकार पांच साल तक चली। 2019 में हार गए सरयू राय से रघुवर दास वर्ष 2019 में झारखंड विधानसभा चूनाव में जमशेदपुर पूर्वी सीट से वर्तमान मुख्यमंत्री रहे रघुवर दास को भी हार का मुंह देखना पड़ा है। उन्हें यहां अपनी सरकार में मंत्री रहे सरयू राय ने चुनावी मुकाबले में हरा दिया। सरयू राय ने रघुवर दास को 15,833 वोटों के अंतर से हराया। इस सीट पर रघुवर दास को 58112 वोट मिले हैं, वहीं सरयू राय ने 73945 मतों के साथ चुनावी मुकाबला अपने नाम किया है। कांग्रेस कैंडिडेट गौरव वल्लभ को महज 18976 वोट ही हासिल हुए। कई बड़ी बड़ी कंपनिया है यहा पर वैसे इस विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए विधायको को काफी कम मशकात करना पड़ता है क्योकि इस विधानसभा क्षेत्र में टाटा स्टील, टाटा मोटर्स सहित कई बड़ी कंपनिया हैं।
एनडीए को चुनौती देने के लिए डॉ. अजय कुमार तैयार!
एक ओर जहां जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट के लिए बीजेपी और जेडीयू में खींचतान है, वहीं कांग्रेस की ओर से इस बार पूर्व सांसद डॉ. अजय कुमार मजबूती के साथ अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। अजय कुमार ने स्पष्ट कहा है कि अगर पार्टी मौका देती है तो वे जमशेदपुर पूर्वी सीट से चुनाव लड़ेंगे। डॉ. अजय कुमार वर्तमान में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य है और झारखंड में कांग्रेस के बड़े चेहरों में से एक हैं। वर्ष 2011 में उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और जमशेदपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी को हराकर सांसद बने। 1985 में एमबीबीएस की डिग्री हासिल की और वर्ष 1986 में आईपीएस बने। जमशेदपुर में क्राइम कंट्रो में डॉ. अजय कुमार ने अपनी अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा भी कांग्रेस में अशोक चौधरी , रामश्रय प्रसाद, विजय खां , आनंद बिहार दुबे, संजीव चौधरी उर्फ टुन्नू , राकेश्वर पांडेय और रघुनाथ पांडेय समेत कई अन्य नेताओं ने दावेदारी पेश की है।
पूर्वी विधानसभा सीट का इतिहास
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट सामान्य सीट है। यह विधानसभा में शहरी क्षेत्र में आता है। यह विधानसभा 1967 में बनाया गया। इस विधानसभा के पहले विधायक एमजे अखौरी थे। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। उसके बाद भाकपा के केदार दास 1972 में बने। उसके बाद 1977 जनता पार्टी से दीनानाथ पांडेय, 1980 भाजपा से दीनानाथ पांडेय, 1985 कांग्रेस से दारियस नारीमन, 1990 दीनानाथ पांडेय (भाजपा), 1995 रघुवर दास (भाजपा), 2000 रघुवर दास (भाजपा), 2005 रघुवर दास (भाजपा), 2009 रघुवर दास (भाजपा), 2014 रघुवर दास (भाजपा), 2019 सरयू राय (निर्दलीय) के रूप में जीत दर्ज कर चुके है।