प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के महीनों में खरकई-सुबर्णरेखा नदी की पानी की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। केंद्रीय कार्यालय और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को सौंपी गई रिपोर्ट में पाया गया कि दोनों नदियों में घुलित ऑक्सीजन का स्तर उस स्तर तक बढ़ गया है जो जलीय जीवन और मानव स्नान के लिए उपयुक्त है। घुलित ऑक्सीजन जलीय जीवन के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह मछली और अन्य प्राणियों को सांस लेने की अनुमति देती है। घुलित ऑक्सीजन का निम्न स्तर मछलियों और अन्य जलीय जीवों की मृत्यु का कारण बन सकता है। पीसीबी की रिपोर्ट में पाया गया कि खरकई और सुबर्णरेखा नदियों में घुलित ऑक्सीजन का स्तर क्रमशः 7.6 और 7.2 से बढ़कर 8.6 और 8.2 हो गया है। ये स्तर जलीय जीवन के लिए आवश्यक न्यूनतम स्तर 6.5 से काफी ऊपर हैं।
पीसीबी की रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि दोनों नदियों में फीकल कोलीफॉर्म का स्तर कम हुआ है। फेकल कोलिफॉर्म एक बैक्टीरिया है जो मानव और पशु अपशिष्ट में पाया जाता है। फीकल कोलीफॉर्म का उच्च स्तर यह संकेत दे सकता है कि पानी सीवेज से दूषित है। पीसीबी की रिपोर्ट में पाया गया कि खरकई और सुबर्णरेखा नदियों में फीकल कोलीफॉर्म का स्तर क्रमशः 1,000 और 500 से घटकर 100 और 50 हो गया है। ये स्तर 200 के अधिकतम स्तर से काफी नीचे हैं जिसे मानव स्नान के लिए सुरक्षित माना जाता है। खरकई-सुबर्णरेखा नदी के जल की गुणवत्ता में सुधार एक सकारात्मक विकास है। यह संकेत है कि नदी को साफ करने के लिए पीसीबी और अन्य एजेंसियों के प्रयास काम कर रहे हैं। बेहतर जल गुणवत्ता से पर्यावरण और क्षेत्र में रहने वाले लोगों दोनों को लाभ होगा I पीसीबी ने जनता से आग्रह किया है कि वे नदी में कचरा या सीवेज न फेंककर नदी की रक्षा में अपनी भूमिका निभाते रहें। पीसीबी ने यह भी कहा है कि वह नदी के पानी की गुणवत्ता की निगरानी करना जारी रखेगा और इसे और बेहतर बनाने के लिए कदम उठाएगा।
चांडिल बांध और डिमना झील में घुलित ऑक्सीजन का स्तर हाल के महीनों में काफी बढ़ गया है। चांडिल बांध में घुलित ऑक्सीजन का स्तर अब 8.8 और डिमना झील में 9.2 है। यह 2022 के स्तर से सुधार है, जब सुवर्णरेखा और खरकई में औसत घुलित ऑक्सीजन का स्तर 5 से कम था, जबकि चांडिल और डिमना झील में यह 8 से अधिक था।
जल संसाधन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी ने कहा कि घुलित ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि जलीय जीवों और पानी में नहाने वाले लोगों दोनों के लिए अच्छी है। उन्होंने कहा कि किसी भी जल स्रोत के लिए 5 से अधिक का घुलित ऑक्सीजन स्तर जलीय जीवों के लिए आदर्श होता है और 9 से अधिक का स्तर नहाने के लिए आदर्श होता है।
घुलित ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि कई कारकों के कारण होने की संभावना है, जिसमें मानसून की बारिश भी शामिल है, जिसने बांधों और झीलों में पानी के प्रवाह को बढ़ा दिया है। क्षेत्रीय अधिकारी ने कहा कि विभाग राज्य के सभी जल निकायों में पानी की गुणवत्ता में सुधार के लिए काम कर रहा है I कुल मिलाकर, चांडिल बांध और डिमना झील में घुलित ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि एक सकारात्मक विकास है। यह जलीय जीवन और पानी में नहाने वाले लोगों दोनों के लिए अच्छा है।
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