Hospital Negligence Death: सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को एक दर्दनाक और चिंताजनक घटना घटी, जिसने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को कठघरे में खड़ा कर दिया। इलाज के अभाव में एक दिव्यांग वृद्ध की मौत ओपीडी के बाहर हो गई। मृतक वृद्ध पिछले तीन दिनों से अस्पताल परिसर के आसपास सहायता की उम्मीद में भटक रहा था, लेकिन उसे समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिल सकी।
स्थानीय आक्रोश और संवेदनहीनता के आरोप मृत्यु की खबर फैलते ही आसपास के ग्रामीणों और स्थानीय प्रतिनिधियों में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ पर संवेदनहीनता और कर्तव्य के प्रति लापरवाही का आरोप लगाया। स्थानीय पूर्व पार्षद सचिन सिंह ने खुलकर बयान देते हुए कहा कि अगर समय रहते वृद्ध को इलाज मिल जाता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने सीधे तौर पर स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को इस दुखद घटना का जिम्मेदार ठहराया।
प्रभारी ने झाड़ा पल्ला‚ ग्रामीणों ने बताई सच्चाई हालांकि, स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने अपनी जिम्मेदारी से इनकार कर दिया। उनका दावा है कि वृद्ध को कोई बाहर से लाकर अस्पताल परिसर के बाहर छोड़ गया था और उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं थी। मगर इस दावे पर ग्रामीणों ने सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि उन्होंने दिव्यांग वृद्ध को बीते चार दिनों से अस्पताल के इर्द-गिर्द घूमते हुए देखा था, फिर भी किसी भी कर्मी ने उसकी सुध नहीं ली।
प्रशासन से जवाब की मांग इस घटना के बाद गम्हरिया स्वास्थ्य केंद्र की लचर व्यवस्था और स्टाफ की गैर-जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि न केवल आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था बल्कि ओपीडी में भी संवेदनशीलता और सक्रियता का घोर अभाव है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन से इस मामले में जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।