Guru Arjan Dev: सरायकेला-खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र स्थित टाटा-रांची मुख्य मार्ग (एनएच-33) के किनारे कंदरबेड़ा स्थित मंजीत होटल परिसर में रविवार को सिख धर्म के पंचम गुरु, श्री गुरु अर्जुन देव जी महाराज की 419वीं शहादत दिवस के उपलक्ष्य में सरबत व चना का वितरण किया गया।
गुरु अर्जुन देव जी महाराज की शहादत, सिख इतिहास की एक प्रेरणादायक घटना है। उन्होंने सिख धर्म की नींव को मजबूत करने के लिए अपार बलिदान दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में राहगीरों, स्थानीय लोगों एवं यात्रियों को नि:शुल्क पेय और खाद्य सामग्री वितरित की गई।
कार्यक्रम में जमशेदपुर से सिख समुदाय के कई महिला-पुरुष एवं युवा शामिल हुए। आयोजन का उद्देश्य गुरु अर्जुन देव जी की शिक्षाओं और बलिदान को जन-जन तक पहुंचाना था।
गौरतलब है कि गुरु अर्जुन देव जी ने सिखों के पवित्र ग्रंथ “आदि ग्रंथ” की रचना की और हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) का निर्माण करवाया। 30 मई 1606 को उन्हें मुगलों द्वारा यातनाएं दी गईं और वे शहीद हुए।
इस मौके पर प्रयोजत सिंह (जमशेदपुर निवासी) ने कहा कि, “गुरु जी की शिक्षाएं आज भी हमारे जीवन के लिए मार्गदर्शक हैं। हम हर वर्ष उनके बलिदान को स्मरण करते हैं और सेवा भाव से इस तरह का आयोजन करते हैं।”