Govindpur Dengue Prevention: डेंगू संक्रमण ने एक बार फिर गोविंदपुर क्षेत्र में दस्तक दी है। शेषनगर और बालाजी नगर जैसे इलाकों में डेंगू के मरीजों की पुष्टि होते ही जिला परिषद सदस्य डॉ. परितोष सिंह ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल घर-घर जाकर एंटी लार्वा दवा के छिड़काव का अभियान शुरू करवाया। साथ ही, स्थानीय लोगों को मच्छरजनित बीमारियों और उनके बचाव के उपायों के प्रति जागरूक भी किया।

हर साल डेंगू, लेकिन विभागीय लापरवाही बरकरार
डॉ. परितोष सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि यह क्षेत्र डेंगू के लिहाज से हाई-रिस्क जोन माना जाता है और हर वर्ष यहां संक्रमण फैलता है। इसके बावजूद मलेरिया विभाग की ओर से समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती। उन्होंने आरोप लगाया कि “बिस्तूपुर स्थित कार्यालय में बैठे मलेरिया अधिकारी कभी फील्ड में नहीं निकलते। जब स्थिति बिगड़ जाती है, तब केवल अखबार में फोटो छपवाने वाली दिखावटी कार्रवाई होती है।”

स्थानीय समस्याओं की तरफ इशारा, गंदगी बनी संक्रमण की जड़
डॉ. परितोष ने कहा कि गंदगी का अंबार और साफ-सफाई की कमी इस क्षेत्र को डेंगू का अड्डा बना रही है। गली-मोहल्लों में जलजमाव और खुले नालों से मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में समय रहते व्यापक स्तर पर सफाई और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव जरूरी है।
सामुदायिक सहयोग से बढ़ी ताकत
अभियान में स्थानीय लोगों की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही। संजय सिंह, निकेश सिंह, दिनेश सिंह, प्रशांत चौधरी, महेंद्र कुमार और महेंद्र ठाकुर जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं ने फील्ड में उतरकर जनसहयोग सुनिश्चित किया। इन सभी ने लोगों को साफ-सफाई रखने, पानी जमा न होने देने और मच्छरदानी व रिपेलेंट्स के उपयोग के लिए प्रेरित किया।