Global Investor Summit: PM मोदी ने सोमवार को भोपाल में उद्योग, स्टार्टअप जैसी 18 नीतियों पर मध्य प्रदेश सरकार का अनावरण करते हुए वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि “सरकार जल्द ही मध्य प्रदेश को निवेश केंद्र बनाएगी, विकसित मध्य प्रदेश से विकसित भारत की यात्रा में आज का ये कार्यक्रम बहुत अहम है। इस भव्य आयोजन के लिए मैं मोहन यादव जी और उनकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं”।
आगे कहा कि “भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है, जब पूरी दुनिया भारत के लिए इतनी आशावादी है। पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हो, अर्थनीति के विशेषज्ञ हो, विभिन्न देश हो या फिर संस्थान हो इन सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं। कुछ दिन पहले ही विश्व बैंक ने कहा था कि भारत आने वाले वर्षों में ऐसे ही दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा। बता दें कुछ ही दिन पहले जलवायु परिवर्तन पर UN की एक संस्था ने भारत को सौर ऊर्जा की सुपरपॉवर कहा था, आगे कहा कि जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत नतीजे लाकर दिखाता है।
PM मोदी ने आगे आयोजन को संबोधित करते हुए कहा कि “मध्य प्रदेश जनसंख्या के हिसाब से भारत का 5वां सबसे बड़ा राज्य है। मध्य प्रदेश कृषि के मामले में भी भारत के टॉप राज्यों में है। खनिज के हिसाब से भी मध्य प्रदेश देश के टॉप 5 राज्यों में है। मध्य प्रदेश को जीवनदायिनी मां नर्मदा का भी आशीर्वाद प्राप्त है। मध्य प्रदेश में हर वो संभावना है, जो इस राज्य को GDP के हिसाब से भी देश के top 5 राज्यों में ला सकता है। बीते 2 दशकों में मध्य प्रदेश ने परिवर्तन का नया दौर देखा है।
एक समय था जब यहां बिजली और पानी की बहुत सारी दिक्कतें थीं। साथ ही कानून-व्यवस्था की स्थिति भी खराब थी। ऐसी हालत में यहां इंडस्ट्री का विकास बहुत मुश्किल था”। “बीते 2 दशक में मध्य प्रदेश के लोगों के सपोर्ट से यहां की भाजपा सरकार ने शासन पर ध्यान दिया है। दो दशक पहले तक लोग MP में निवेश करने से डरते थे। आज MP निवेश के लिए देश के top राज्यों में शामिल हो गया है”।
उन्होंने आगे कहा कि “बीते दशक में भारत ने आधारभूत संरचना के विकास में उछाल का दौर देखा है। इसका बहुत बड़ा फायदा मध्य प्रदेश को मिला है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जो देश के 2 बड़े शहरों को जोड़ता है, उसका बड़ा हिस्सा MP से ही होकर जाता है। यानी एक तरफ MP को मुंबई के ports के लिए तेज कनेक्टिविटी मिल रही है और दूसरी तरफ उत्तर भारत के बाजार को भी ये कनेक्ट कर रहा है”।प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि “हम सभी जानते हैं कि औद्योगिक विकास के लिए जल सुरक्षा होना कितना जरुरी है। इसके लिए हम एक तरफ जल संरक्षण पर बल दे रहे हैं, दूसरी तरफ हम नदियों को जोड़ने के मिशन को लेकर भी आगे बढ़ रहे हैं।
बीता दशक भारत के लिए ऊर्जा क्षेत्र की अभूतपूर्व वृद्धि का रहा है। खासतौर पर हरित ऊर्जा को लेकर भारत ने वो कर दिखाया है, जिसकी कल्पना तक मुश्किल थी। इस बार के बजट में भारत की ग्रोथ के हर पहलू पर हमने ध्यान दिया है। इस बजट में मिडिल क्लास को सशक्त करने के लिए अनेक कदम उठाए गए है। हमने 12 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स फ़्री कर दिया है। टैक्स स्लैब्स को रिस्ट्रक्चर किया गया है। बजट के बाद RBI ने भी ब्याज दरें घटाई हैं”।