Fund Misuse Accused: अखिल भारतीय तैलिक साहू महासभा, पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर इकाई ने मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर पूर्व महासचिव मनोज गुप्ता पर वित्तीय अनियमितता और गबन के गंभीर आरोप लगाते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान महासभा के जिलाध्यक्ष राकेश साहू के नेतृत्व में एक मांग पत्र डीसी को सौंपा गया, जिसमें समाज की गरिमा और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की बात कही गई।राकेश साहू ने जानकारी दी कि मनोज गुप्ता 2 फरवरी 2020 को महासभा के महासचिव चुने गए थे। अपने कार्यकाल में उन्होंने समाज द्वारा दिए गए आर्थिक सहयोग की पूरी राशि व लेखा-जोखा अपने पास ही रखा और लगभग डेढ़ साल बाद बिना किसी हिसाब-किताब के इस्तीफा दे दिया। बार-बार मांगने पर उन्होंने केवल ₹10,000 बचत की बात कही, जो अब तक समाज को लौटाई नहीं गई।
नया संगठन बनाकर लाखों की उगाही का आरोप
महासभा के अनुसार, मनोज गुप्ता ने इसके बाद ‘राष्ट्रीय तेली साहू महासंगठन’ नामक एक अलग संस्था बनाकर समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न की और तीन वर्षों के दौरान लगभग 20 से 25 लाख रुपये चंदे के रूप में वसूले। यह राशि समाज के लोगों से पिकनिक, होली मिलन जैसे आयोजनों के नाम पर तथा औद्योगिक संस्थाओं व उद्यमियों से मोटी रकम लेकर जुटाई गई।
पूर्व में भी लगे हैं धोखाधड़ी के आरोप
महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि मनोज गुप्ता पर पूर्व में भी धोखाधड़ी और गबन जैसे आरोप लग चुके हैं। ऐसे में समाज के सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए यह आवश्यक हो गया है कि पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कर कार्रवाई की जाए। मांग पत्र में उचित कानूनी जांच और दोषी पाए जाने पर सख्त दंडात्मक कदम उठाने की बात कही गई है।
डीसी से न्याय की गुहार, समाज में आक्रोश
महासभा ने उपायुक्त से आग्रह किया कि इस गंभीर वित्तीय प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाया जाए, ताकि समाज में फैले असंतोष और अविश्वास को दूर किया जा सके। इस अवसर पर महामंत्री पप्पू साहू, उपाध्यक्ष शिवलोचन शाह, जिला सचिव अशोक साव, शैलेंद्र कुमार, संतोष गुप्ता, महेश साव, प्रभात कुमार सहित समाज के कई प्रमुख पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे