Chhath Puja 2025: लोक आस्था का महापर्व छठ नजदीक आते ही जमशेदपुर में तैयारियाँ चरम पर हैं। हर साल की तरह इस बार भी शहर में लाखों श्रद्धालु भगवान सूर्य और छठी मइया की उपासना करेंगे। छठ पर्व का प्रमुख आकर्षण स्वच्छता और निर्मल जल है, इसी के मद्देनज़र प्रशासन और जमशेदपुर अक्षेस (JUSCO) ने बड़े पैमाने पर स्वर्णरेखा नदी की सफाई अभियान शुरू कर दिया है।
दीपावली और काली पूजा के बाद नदी में पूजा सामग्रियों के विसर्जन से फैलने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए अक्षेस की टीम लगातार सफाई कर रही है। नदी किनारे जमा कचरे, प्लास्टिक और अवशेषों को हटाया जा रहा है ताकि श्रद्धालु छठ व्रत के दौरान स्वच्छ वातावरण में सूर्य अर्घ्य अर्पित कर सकें।
शहर प्रशासन ने श्रद्धालुओं और आम नागरिकों से अपील की है कि वे पूजा सामग्री को सीधे नदी में न डालें, बल्कि इसके लिए बनाए गए निर्धारित कुंडों में ही विसर्जन करें। प्रशासन ने शहर के कई घाटों पर अस्थायी कुंड बनवाए हैं ताकि जल प्रदूषण पर नियंत्रण रखा जा सके।
छठ पर्व को देखते हुए सफाई कर्मी और नगर प्रशासन की टीमें लगातार दिन-रात काम कर रही हैं। घाटों की मरम्मत, लाइटिंग, और सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम किए जा रहे हैं। अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि व्रतधारी महिलाएं और श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर सकें।