मनातू के थाना प्रभारी कमलेश कुमार ने बताया कि मनातू थाना के बीचकिला गांव निवासी सनोज कुमार सिंह की शादी 10 मई को प्रियंका के साथ हुई थी। कुछ ही दिनों के बाद सनोज को पता चला कि उसकी पत्नी प्रियंका का अपने गांव के ही युवक जितेंद्र से पिछले 10 सालों से प्रेम-संबंध है। जाति अलग होने के कारण उनकी शादी नहीं हो पाई। इसके बाद सनोज ने उक्त निर्णय लिया। परिजनों के अनुसार शादी के बाद भी प्रियंका, मोबाइल फोन से जितेंद्र से बात करती थी। सोमवार की दोपहर में जितेंद्र मनातू पहुंच गया। प्रियंका, प्रेमी के साथ भागने की तैयारी में थी परंतु ग्रामीणों ने उन्हे पकड़कर परिजनों के हवाले कर दिया।
10 मई को धूमधाम से शादी हुई और दूल्हा अपनी दुल्हन को घर ले आया। शादी से सब खुश थे लेकिन दुल्हन उदास थी। गुमसुम रहती थी। इस बीच वह किसी से मोबाइल पर बात भी करती थी। धीरे-धीरे दूल्हे को पता चला कि उसकी दुल्हन अपने प्रेमी से बात करती है। वह इस शादी से खुश नहीं है और उसकी जिंदगी उसके प्रेमी के साथ ही है। इसी बीच एक दिन दुल्हन ने भागने की कोशिश की लेकिन पकड़ी गई। लोग कोई सजा सुनाते उससे पहले ही दूल्हे ने अपनी दुल्हन को खुशी-खुशी उसके प्रेमी के हवाले कर दिया। मामला झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत बीचकिला गांव का है। मिली जानकारी के मुताबिक पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र के बीच किला गांव में पति सनोज कुमार सिंह ने पत्नी प्रियंका कुमारी को सामाजिक बंधन से मुक्त करते हुए उसे उसके प्रेमी जितेंद्र विश्वकर्मा के हवाले कर दिया। सनोज सिंह की पत्नी, नीलांबर-पीतांबरपुर (लेस्लीगंज) थाना क्षेत्र के तुर्काडीह गांव की रहने वाली है।
सनोज ने इसकी जानकारी मनातू थाना को दी। पुलिस ने लड़की के परिजनों को पूरी घटना बताई। लड़की के परिजन के नहीं पहुंचने के बाद बुधवार को सनोज ने अपनी पत्नी प्रियंका को उसके प्रेमी जितेंद्र के हाथों सौंप दिया। मनातू थाना प्रभारी कमलेश कुमार ने बताया कि लड़का और लड़की व्यस्क हैं इसलिए वह अपने मन से कहीं भी शादी कर सकते हैं।
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