Ghatshila Election Attack: घाटशिला उपचुनाव के मद्देनज़र गुरुवार को बीजेपी प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के समर्थन में आयोजित जनसभा में पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही ने झारखंड सरकार और उसके मंत्रियों पर तीखे राजनीतिक वार किए। उन्होंने मंच से कहा कि “जब से इरफान अंसारी स्वास्थ्य मंत्री बने हैं, तब से स्वास्थ्य विभाग खुद अस्वस्थ हो गया है।”
भानु प्रताप शाही ने कहा कि इरफान अंसारी अपने विभाग की बजाय दूसरों के विभागों में दखल देते रहते हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में एम्बुलेंस सुविधा ठप है, मरीजों को अस्पताल तक पहुँचने में कठिनाई हो रही है और कई जगहों पर लोग अब भी खटिया पर लाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि “सरकार का ध्यान स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने की बजाय बयानबाजी में ज्यादा है, और इसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है।”
भानु प्रताप शाही ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने राजद (RJD) से गठबंधन कर झारखंड की आत्मा और स्वाभिमान के साथ समझौता किया है।भानु ने कहा, “हेमंत सोरेन जी, आपने झारखंड में RJD को दो-दो बार मंत्री बनाया, जबकि बिहार में उन्होंने आपको किनारे कर दिया। यही आपकी राजनीति की असलियत है।”
भानु ने झामुमो-राजद गठबंधन को “बिना मेल का गठबंधन” बताते हुए कहा कि यह जनता के हित में नहीं, बल्कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए बना है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह गठबंधन झारखंड की जनता को भ्रमित करने का काम कर रहा है और आने वाले चुनावों में जनता इसका जवाब देगी।
भानु प्रताप शाही ने 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “सरकार एक ओर 1932 की बात करती है और दूसरी ओर जिन लोगों को मंत्री बनाती है, उनके बेटे बिहार चुनाव में RJD टिकट पर चुनाव लड़ते हैं। यह सरकार का दोहरा मापदंड है।”उन्होंने आगे कहा कि झारखंड की जनता अब सब समझ चुकी है। “राजद ने झारखंडियों का कई बार अपमान किया है, फिर भी हेमंत सोरेन उन्हीं के लोगों को मंत्री बनाए बैठे हैं। जनता अब माफ नहीं करेगी।”