Chaibasa news: झारखंड की राजनीति में बयानबाज़ी का दौर तेज़ हो गया है। पूर्व मंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता मिथिलेश कुमार ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन पर सीधा राजनीतिक हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “पीठ पीछे वार करने वालों का चरित्र अब पूरी झारखंड की जनता के सामने आ चुका है और घाटशिला की जनता उपचुनाव में ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी।”
मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि झामुमो ने चंपाई सोरेन को जो सम्मान और पद दिया, वह उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने पार्टी तोड़ने और भाजपा में विलय की साजिश रची। ठाकुर ने कहा, “भाजपा ने उन्हें टोप समझकर अपने साथ लाया, लेकिन अब उनकी राजनीति पूरी तरह फ्लॉप हो गई है।”
उन्होंने दावा किया कि घाटशिला उपचुनाव में जनता दिशोम गुरु शिबू सोरेन और रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि स्वरूप झामुमो के पक्ष में मतदान करने का मन बना चुकी है। “धन बल नहीं, जन बल भारी पड़ेगा और विपक्षी प्रत्याशी की जमानत ज़ब्त हो जाएगी,” उन्होंने जोड़ा।
बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो को एक भी सीट न मिलने पर भी मिथिलेश ठाकुर ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा हमेशा नीति और सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी रही है और गठबंधन धर्म का पूर्ण पालन किया है।ठाकुर ने कहा, “हमारे साथियों ने हमें भरोसे में रखकर जो व्यवहार किया, उसकी समीक्षा पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता करेंगे। हमें धोखा दिया गया है। आश्वासन के बावजूद झामुमो को दावेदारी नहीं मिली, और अब उचित समय आने पर सटीक निर्णय लिया जाएगा।”
पूर्व मंत्री ने संकेत दिए कि झामुमो नेतृत्व आने वाले दिनों में गठबंधन की समीक्षा कर सकता है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व स्थिति का मूल्यांकन कर ठोस निर्णय लेगा ताकि भविष्य में ऐसे हालात दोबारा न बनें।