Land scam: ईडी ने जांच में पाया है कि जयंत करनाड ने भी सेना की जमीन को हासिल करने के लिए 1.29 करोड़ की राशि खर्च की। ईडी ने जयंत करनाड से जब पूछताछ की थी, तब उसने कबूल किया था कि उसके पास जमीन के कोई कागजात नहीं थे। अधिवक्ता हिमांशु मेहता के कहने पर अलग-अलग खातों में जयंत ने 2 फरवरी 2019 को मंजूश्री पात्रा को चेक के जरिए 2.50 लाख, श्रेष्ठ मेहता को 2.50 लाख, 4 फरवरी व 7 फरवरी 2019 को हिमांशु कुमार मेहता को 60-60 लाख व 7 फरवरी 2019 को महतो पी देव को 4 लाख का भुगतान किया गया था।
रांची में हुए जमीन घोटाले में सेना की जमीन का असली मालिकाना का दावा करने से वाले जयंत करनाड के वकील हिमांशु कुमार मेहता से ईडी 28 जून के पूछताछ करेगी। ईडी ने रांची जेल अधीक्षक हामीद अख्तर को भी समन किया है। उनसे 26 जून को पूछताछ की जाएगी। रांची के जेल अधीक्षक हामीद अख्तर को भी ईडी ने समन किया है। पूर्व में ईडी ने जेल के सीसीटीवी फुटेज मांगा था। कोर्ट के आवेदन के बाद भी हामीद अख्तर ईडी को फुटेज नहीं दिया। वहीं आईएएस अधिकारी छवि रंजन के जेल जाने के बाद नियम विरुद्ध तरीके से उनकी मुलाकात हमीद अख्तर की जानकारी में प्रेम प्रकाश से कराई गई थी। हमीद अख्तर पर अमित अग्रवाल को वकालतनामे में गलत तरीके से लाभ देने का भी आरोप लगा था।
जेल अधीक्षक पर आरोप है कि उनकी जानकारी में छवि रंजन और प्रेम प्रकाश की जेल में मुलाकात कराई गई थी। सेना की जमीन पर असली मालिक होने का दावा करने वाले जयंत करनाड ने भी फर्जी कागजात के जरिए सेना की जमीन हासिल करने की कोशिश की थी। ईडी ने जांच में पाया है कि जयंत द्वारा भी जो दस्तावेज अधिवक्ता हिमांशु कुमार मेहता के जरिए पेश किए गए थे, उसमें भी छेड़छाड़ हुई थी। इसके बाद जमीन पर दावा ठोंका था। हाईकोर्ट से भी जयंत करनाड ने इन्हीं कागजातों के आधार पर अपने पक्ष में ऑर्डर हासिल किया था। इसके बाद उसने 14 लोगों को जमीन की रजिस्ट्री कर दी थी।
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