Hanuman Temple: मंगलवार को इमली चौक स्थित भगवान श्री पवनपुत्र हनुमान मंदिर के प्रांगण में श्री श्री सार्वजनिक बजरंग अखण्ड अखाड़ा कमिटी की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में तीन अहम मुद्दों पर चर्चा हुई और सभी विषयों पर सर्वसम्मति से निर्णय लिए गए।बैठक की शुरुआत मंदिर के वर्तमान पंडित को हटाने के प्रस्ताव से हुई।
कमिटी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पंडित ने न केवल मंदिर की नियमित पूजा में लापरवाही बरती, बल्कि इस वर्ष भगवान श्री हनुमान जी की मूर्ति का रंग-रोगन तक नहीं कराया। इसके साथ ही, पंडित पर मंदिर में राजनीति करने के भी आरोप लगे। इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए कमिटी ने सर्वसम्मति से पंडित को हटाने और नए योग्य पंडित को बहाल करने का फैसला किया।
दूसरे मुद्दे में, कमिटी के सदस्य संतोष सिंह के भाई अजय सिंह पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने कमिटी की बैठकों में बाहरी लोगों को बुलाया, समिति के अनुशासन का उल्लंघन किया और समिति को बदनाम करने का प्रयास किया। कमिटी ने यह भी आरोप लगाया कि अजय सिंह मंदिर और समिति के कार्यों में कोई सहयोग नहीं कर रहे थे, बल्कि अपने लाइसेंस का दुरुपयोग कर रहे थे।
इन कारणों से समिति ने सर्वसम्मति से संतोष सिंह का लाइसेंस रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया।तीसरे और अंतिम मुद्दे में मंदिर प्रांगण में एक दुकान निर्माण का प्रस्ताव लाया गया, जिसे सभी सदस्यों ने समर्थन दिया। दुकान से होने वाली आय का उपयोग मंदिर की पूजा-पाठ, मरम्मत कार्यों और रामनवमी जैसे पर्वों के आयोजन में किया जाएगा।
कमिटी के अध्यक्ष भुगलू सोरेन (डब्बा) ने आरोप लगाया कि अजय सिंह द्वारा उनके ऊपर लगाए गए आरोप न केवल निराधार हैं, बल्कि इससे उन्हें सामाजिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा है। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि अजय सिंह पर एसटी/एससी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए और कानूनी कार्यवाही की जाए।