Chaibasa Drug Bust: पश्चिमी सिंहभूम जिले में नशे का अवैध व्यापार लगातार बढ़ रहा है और यह अब किसी छिपे अपराध की तरह नहीं, बल्कि एक खुले सच की तरह समाज के सामने खड़ा है। सोमवार को चाईबासा पुलिस को बड़ी सफलता मिली, जब गुप्त सूचना पर एक महिला ड्रग पेडलर को गिरफ्तार करते हुए भारी मात्रा में ब्राउन शुगर बरामद की गई। हालांकि यह कार्रवाई जितनी महत्वपूर्ण है, उतने ही गंभीर सवाल भी प्रशासन और पुलिस व्यवस्था पर खड़े करती है।
एसडीपीओ बहामन टुटी के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने सदर थाना क्षेत्र स्थित सिद्देश्वर मंदिर के पास एक जनरल स्टोर पर छापा मारा। दुकान की संचालिका संगीता तिवारी की तलाशी लेने पर उसके पास से 161 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद की गई। मौके पर ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि संगीता तिवारी वर्ष 2021 में भी NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार हो चुकी है। इसके बावजूद वह दोबारा नशे के समानांतर अवैध व्यापार में लिप्त पाई गई। यह सवाल खड़ा करता है कि उसकी गतिविधियों पर पुलिस की निगरानी कितनी प्रभावी थी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में लंबे समय से नशे के कारोबार की चर्चा थी, लेकिन पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही थी। यदि कार्रवाई केवल गुप्त सूचना के आधार पर ही संभव हुई, तो सवाल उठता है—“नियमित गश्त और खुफिया तंत्र क्या कर रहा था?”क्या अवैध कारोबार को किसी प्रकार का स्थानीय संरक्षण प्राप्त था, यह भी जांच का विषय बन चुका है।
गिरफ्तारी के बाद सदर थाना में NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि महिला अकेले ड्रग पेडलिंग में शामिल थी या इसके पीछे कोई सक्रिय नेटवर्क काम कर रहा था। यदि इस नेटवर्क तक पहुंच नहीं बनाई गई, तो कार्रवाई अधूरी होगी।
चाईबासा में नशे का प्रसार लगातार बढ़ रहा है और यदि समय रहते कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो युवा वर्ग और अधिक नशे के गर्त में धकेला जा सकता है। प्रशासन की जिम्मेदारी सिर्फ गिरफ्तारी तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे नेटवर्क को जड़ से समाप्त करने की है।


