एक जुलाई से 31 मार्च तक सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक क्लास का संचालन होगा। वहीं एक अप्रैल से तीन जून तक सुबह सात बजे से एक बजे तक कक्षाएं चलेंगी। कक्षा के बाद एक घंटे तक बच्चों के खेलने के लिए दिया गया समय को हटा दिया गया है। छुट्टी के एक घंटे बाद तक प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक व शिक्षक स्कूल संबंधी कार्य करेंगे। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी।
स्कूलों में हर दिन अंग्रेजी, हिन्दी, गणित के दो-दो घंटी होंगे। पहली से तीसरी के बच्चों के लिए हिंदी व अंग्रेजी के अभ्यास के लिए 90 मिनट व गणित के अभ्यास के लिए 70 मिनट दिये जाएंगे। चौथी-आठवीं के लिए भाषा, गणित, विज्ञान व ईवीएस का पेपर मध्याह्न भोजन से पहले होगा। हर दिन शिक्षक लेशन प्लान तैयार करेंगे और प्रधानाध्यापक से एप्रूव कराकर क्लास में पढ़ाएंगे।
स्कूलों में हर क्लास के लिए सप्ताह में दो घंटे खेल और एक घंटे पुस्तकालय के लिए निकालना अनिवार्य होगा। वहीं, एकल शिक्षक वाले विद्यालय में बच्चों को छोटे समूह में या फिर एक साथ पढ़ाया जा सकता है। वहीं, दो शिक्षक वाले विद्यालय में एक शिक्षक पहली से तीसरी व दूसरे शिक्षक चौथी पांचवीं के बच्चों को एक साथ पढ़ा सकेंगे। शिक्षा विभाग ने हाई और प्लस टू स्कूलों की घंटी से लेकर पढ़ाये जाने वाले विषय का भी निर्धारण किया है। सभी चीजें नई शिक्षा नीति 2020 के आलोक में बच्चों के सीखने की क्षमता बढ़ाने के लिए स्कूलों में कई कार्यक्रम होंगे।
शिक्षा सचिव के. रवि कुमार ने आदर्श दिनचर्या में निर्देश दिया है कि स्कूलों में हर बुधवार व शनिवार को शारीरिक शिक्षा संबंधी क्लास होगी। इसमें पीटी, ड्रील, एरोबिक्स, योग होगा। इसमें स्कूल के सभी शिक्षक भी शामिल होंगे। स्कूलों में एक स्कूल एक खेल विधा को लागू किया जाएगा, ताकि खेल को बढ़ावा दिलाया जा सके। शुक्रवार या शनिवार में से कोई एक दिन पुस्तकालय के लिए होगा। यहां पर बच्चे एक घंटे तक अपनी पसंद की किताबें पढ़ेंगे।