जमशेदपुर: जमशेदपुर में दिन ब दिन आवारा मवेशियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. इससे लोगों को काफी परेशानियां का सामना करना होता हैं. आवारा मवेशी रोड पे ही बैठ जाते है जिससे आवागमन में रुकावट पैदा होती है हर दिन यह मवेशी 4 से 5 की संख्या में रोड छेक कर बैठ जाते है। आखिर यह मवेशी किसकी ज़िमेवारी है? सड़क और बाजार में लावारिस मवेशियों से हर कोई परेशान है। साकची गोलचक्कर हो या फिर शहर की कोई भी प्रमुख सड़क हर जगह लावारिस पशु दनदनाते फिर रहे हैं। इनसे खुद ही अपना बचाव कर लें तो ठीक वरना कोई देखने-सुनने वाला नहीं है। शहर का शायद ही कोई इलाका जानवरों की दशहत से बचा हो। साकची सब्जी मंडी में टहलने वाले आवारा पशु ज्यादा खतरनाक हैं, इनमें से अधिकतर जानवर खटाल मालिकों के होते हैं जो अपने जानवरों को छुट्टा छोड़ देते हैं


साकची रामलीला मैदान के पास सड़क पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों व राहगीरों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं. सुबह होते ही सड़क पर मवेशियों का जमावड़ा बढ़ने लगता है. सुबह से लेकर रात तक आवारा पशु सड़कों पर डटे रहते हैं. इन्हें सड़क से भगाने की कोशिश में ही दुर्घटनाएं घट जाती हैं. जिला प्रशासन और नगर निकाय के पास इन आवारा जानवरों से निपटने की कोई ठोस कार्ययोजना नहीं है।