जमशेदपुर के परसुडीह थाना अंतर्गत खासमहल सदर अस्पताल के बाहर 407 वाहन की चपेट में आने से घटनास्थल पर ही 38 वर्षीय नर्स शशि कला सिंह की दर्दनाक मौत हो गई. घटना के बाद अस्पताल के चिकित्सकों और नर्सो ने मुआवजे की मांग को लेकर पूरी तरह से सदर अस्पताल के कार्य को ठप कर दिया.
जानकारी के अनुसार नर्स शशिकला सिंह अपने पति के साथ बाइक पर सवार होकर नाइट शिफ्ट में काम करने के लिए सदर अस्पताल आ रही थी. अस्पताल के सामने मुख्य सड़क में ब्लैंकर देकर जैसे ही घूमने लगे. तभी तेज गति से आ रहे 407 वाहन ने नर्स दंपत्ती को अपनी चपेट में ले लिया जिससे घटनास्थल पर ही नर्स शशिकला सिंहा की दर्दनाक मृत्यु हो गई और उनके पति शैलेंद्र प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए.
जानकारी मिलते ही अस्पताल के सारे कर्मचारी और पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल पहुंचाया गया. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने 407 वाहन और उसके चालक को हिरासत में ले लिया है. इधर आक्रोशित चिकित्सकों और नर्सो ने मुआवजे की मांग को लेकर अपने कार्य को पूरी तरह से ठप कर दिया. जानकारी देते हुए मृत नर्स के पति शैलेंद्र प्रसाद ने बताया कि अस्पताल छोड़ने के दौरान 407 वाहन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें उनकी पत्नी की घटनास्थल पर मौत हो गई और वे घायल हो गए.
वहीं, घटना से आक्रोशित चिकित्सको, नर्सों समेत पूरे अस्पताल के कर्मचारियों ने 50 लाख मुआवजा और एक सरकारी नौकरी की मांग को लेकर अस्पताल के पूरे काम को ठप कर दिया. जानकारी देते हुए नर्स रानी कुमारी सिंह ने कहा कि एक दर्दनाक घटना अस्पताल के बाहर घटी है. ऐसे में जब तक मृतका के परिजनों को मुआवजा और सरकारी नौकरी पर सहमति नहीं बनेगी. काम को पूरी तरह से ठप कर दिया गया है. घटना को देख हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए थे. सहयोगी कर्मियों का रो रो कर बुरा हाल था. परिजन भी बिलख रहे थे.