Bokaro: झारखंड में असलम नाम का दरिंदा फर्जी इंस्पेक्टर बन कई शहरों में नाम बदलकर घूमता रहा। पुलिस जांच में सामने आया कि असलम ने कई नाबालिग लड़कियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया। आरोपी हमेशा इंस्पेक्टर की वर्दी में ही रहता था, जिसके कारण उसकी शिकार हुईं लड़कियां और महिलाएं सामने नहीं आईं। लेकिन दरिंदे असलम की पोल एक दिन खुल गई।
ऐसे खुली पोल
दरअसल, असलम ने आर्थिक बदहाली को ढाल बनाते हुए एक 16 साल की लड़की के साथ कई बार दुष्कर्म किया। उसने पीड़िता के घर व आसपास मोहल्ले में खुद को इंस्पेक्टर के रूप में स्थापित किया। बाद में उससे शादी करने की बात कहने लगा। पीड़िता के माता-पिता तैयार हो गए। शादी तय होने के बाद बाद सात दिसंबर 2022 को दरिंदा असलम बारात लेकर शादी के मंडप में पहुंचा। इस बीच बारातियों के हाव-भाव से दोषी की कलई खुल गई। पता चला कि धर्म व नाम बदलकर फर्जी इंस्पेक्टर बना हुआ शादीशुदा असलम कई बच्चों का पिता है। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई। जैसे ही पुलिस टीम शादी मंडप में पहुंची, अफरातफरी मच गई। इसी बीच अफरा-तफरी का फायदा उठाकर बाराती व असलम फरार हो गए। कई दिनों के मशक्कत के बाद दोषी को हरला पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। इससे पहले दोषी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू की गई थी। पुलिस अनुसंधान में यह तथ्य सामने आए थे कि दोषी अलग-अलग शहरों में धर्म व नाम बदलकर लोगों को ठगी का शिकार बनाने के साथ कई नाबालिग लड़कियों व महिलाओं को कुकर्म का शिकार बना चुका था।
कोर्ट ने दी बड़ी सजा
दुष्कर्म में दोषी संजय कसेरा उर्फ राज सोरेन उर्फ असलम खान उर्फ फिरोज उर्फ मोहम्मद खान को 20 वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही मुजरिम पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना नहीं देने पर एक वर्ष की अतिरिक्त सजा का प्रावधान किया गया है।
असलम धनबाद जिले के भूली का मूल निवासी है। जो धर्म, नाम व पहचान बदलकर संजय कसेरा के नाम से बोकारो के चास में ठिकाना बनाए हुए था।