Malti Hembram Shines: पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल के मुसाबनी क्षेत्र की होनहार युवती मालती हेम्ब्रम ने अपनी मेहनत और लगन के बल पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत और झारखंड का नाम रोशन किया है। सीमित संसाधनों और ग्रामीण परिवेश में पली-बढ़ी मालती ने यह साबित किया है कि दृढ़ इच्छाशक्ति और परिश्रम से हर मंज़िल को हासिल किया जा सकता है।
सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी, मुसाबनी प्रखंड अध्यक्ष प्रधान सोरेन और पार्टी कार्यकर्ता मालती हेम्ब्रम के आवास पहुंचे। दीपावली के अवसर पर उन्होंने मालती को उपहार भेंट किया और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से फोन पर उनकी बात करवाई।
बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने मालती की उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी और कहा—
“आपने अंतरराष्ट्रीय मंच पर झारखंड और भारत का नाम रोशन किया है, यह पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। आप आगे भी इसी तरह राज्य और देश का गौरव बढ़ाती रहें।”
मुख्यमंत्री ने साथ ही दीपावली की शुभकामनाएं दीं और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी हर संभव सहायता के लिए तत्पर रहेगी।
मालती हेम्ब्रम ने हाल ही में बर्लिन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत के युवाओं की प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया। इस मंच पर उन्होंने संवैधानिक मूल्यों, प्रशासनिक पारदर्शिता और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार रखे।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत का आदिवासी समुदाय देश की प्रगति में सशक्त भूमिका निभा सकता है, और यह समय है जब उसकी आवाज़ को वैश्विक मंचों पर सुना जाना चाहिए।
मालती की उपस्थिति ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत का आदिवासी समाज केवल परंपरा का प्रतीक नहीं, बल्कि बौद्धिक क्षमता और आधुनिक सोच का परिचायक भी है। उन्होंने अपने कार्यों से यह सिद्ध किया कि झारखंड की प्रतिभाएं किसी भी स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हैं।
मालती हेम्ब्रम की यह उपलब्धि न केवल झारखंड बल्कि पूरे भारत के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है।